तीन साल तक चली थी गुरु दत्त और गीता दत्त की प्रेम कहानी, इस फिल्म से दोनों आए थे एक-दूसरे के करीब
By अनिल शर्मा | Published: July 9, 2021 11:09 AM2021-07-09T11:09:00+5:302021-07-09T12:42:32+5:30
गुरु दत्त की बहन ललिता भी उनके साथ ही रहती थीं। गीता घरवालों से ललिता से मिलने की बात कहकर ही गुरु से मिलने आया करतीं। गुरु दत्त की छोटी बहन ललिता ने बताया था कि गुरू दत्त और गीता के प्रेम पत्र एक दूसरे के लिए ले जाया करती थीं।
गीता दत्त और गुरु दत्त की पहली मुलाकात 'बाज़ी' के सेट पर हुई थी। 9 जुलाई 1925 को जन्में गुरु दत्त को पहली नजर में ही गीता दत्त से प्यार हो गया था। गीता दत्त शादी से पहले गीता रॉय थी जो एक जमींदार परिवार से ताल्लुक रखती थीं। गीता उस वक्त गायिकी की दुनिया में नाम कमा चुकी थीं। उनके पास आलीशान लिमोजिन थी जिससे वे गुरु दत्त से मिलने माटुंगा जाया करती थीं। गुरु दत्त यहीं एक फ्लैट में रहा करते थे। और गीता रॉय पास ही हिंदू कॉलोनी में रहती थीं। गीता जब भी गुरु दत्त से मिलने आती सीधे कीचन में दाखिल हो जाती थीं और मदद करने लगती थीं।
तीन साल तक चला प्रेम प्रसंग
गुरु दत्त की बहन ललिता भी उनके साथ ही रहती थीं। गीता घरवालों से ललिता से मिलने की बात कहकर ही गुरु से मिलने आया करतीं। गुरु दत्त की छोटी बहन ललिता ने बताया था कि गुरू दत्त और गीता के प्रेम पत्र एक दूसरे के लिए ले जाया करती थीं। और गुरु दत्त जब भी गीता के लिए गिफ्ट खरीदते ललिता को भी जरूर कुछ न कुछ उपहार देते। ये 3 सालों तक चला। उधर गीता के परिवारवाले रिश्ते के खिलाफ थे। लेकिन गीता की जिद थी कि शादी गुरु से ही करेंगी। आखिर गीता की जिद पर परिवारवालों ने 26 मई, 1953 को दोनों की शादी करा दी। शादी के बाद दोनों पहले खार, फिर पॉली हिल के बंगले में रहने लगे।
ऐसे दूर होते गए गुरु दत्त और गीता
गुरु दत्त और गीता कुल 13 साल तक ही साथ गुजार पाए। दोनों के बीच दरारें तब शुरू हुईं जब गुरु दत्त ने वहीदा रहमान के साथ चार फिल्मों (सीआइडी, प्यासा, कागज के फूल, साहिब बीवी और गुलाम) का करार किया। वहीदा को मुंबई लाने वाले गुरु दत्त ही थे। मुंबई आने से पहले वहीदा तमिल और तेलुगु की दो-दो फिल्में कर चुकी थीं। वहीदा के साथ फिल्में और दोनों के बीच के प्रेम प्रसंग की वजह से गीता और गुरु दत्त में दूरियां बढ़ती गईं। 'प्यासा' तक मामला ज्यादा बिगड़ गया। आखिर दोनों ने अपनी राह अलग कर ली। तनाव का आलम यह था कि गुरु ने तीन बार आत्महत्या की कोशिशें कीं। 9 अक्तूबर, 1964 को शूटिंग रद्द होने के कारण गुरु दत्त ने गीता को फोन कर बच्चों से मिलने की इच्छा जताई। मगर गीता ने मांग खारिज कर दी। अगले दिन गुरु दत्त अपने घर में निष्प्राण मिले। गीता-गुरु की प्रेम कहानी एक अवसाद छोड़ कर खत्म हो गई।