अब पंजाब के 'स्टेट आइकन' नहीं रहेंगे अभिनेता सोनू सूद, चुनाव आयोग ने नाम लिया वापस
By रुस्तम राणा | Published: January 7, 2022 07:43 PM2022-01-07T19:43:34+5:302022-01-07T20:15:19+5:30
भारतीय चुनाव आयोग ने अभिनेता सोनू सूद की पंजाब के राज्य आइकन के रूप में नियुक्ति वापस ले ली है, अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
चडीगढ़: भारतीय चुनाव आयोग ने फिल्म अभिनेता सोनू सूद की पंजाब के राज्य आइकन के रूप में नियुक्ति वापस ले ली है, अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पोल पैनल ने उन्हें नवंबर 2020 में इस भूमिका के लिए नियुक्त किया था।
पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी एस करुणा राजू ने इसकी पुष्टि की है। चुनाव आयोग की ओर से बॉलीवुड अभिनेता की नियुक्ति 4 जनवरी को वापस ले ली गई थी। दरअसल, हाल के दिनों में, सूद ने कई बार पंजाब का दौरा किया था और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल सहित राजनीतिक हस्तियों से मुलाकात की थी।
साथ ही उन्होंने कुछ हफ्ते पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी जिसमें घोषणा की गई थी कि उनकी बहन पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किस पार्टी में शामिल होंगी।
पंजाब के स्टेट आइकन पद से सोनू सूद को क्यों हटाया इस बारे में चुनाव आयोग ने इसके बारे में कोई स्पष्ट नहीं बताया है। हालांकि साल 2021 में एक्टर के घर पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा था। इसके अलावा वे अन्य कारणों से भी सवालों के घेरे में रहे थे। कोरोना काल में इस बॉलीवुड अभिनेता ने लोगों की जमकर भी मदद की थी।
उन्होंने कोविड के दौरान लगे लॉकडाउन में देश भर में प्रवासी कामगारों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने का काम किया था। इसके अलावा सोनू सूद ने जरूरतमंद लोगों को भोजन, आश्रय और पीपीई किट भी दान किए थे।
कोविड के दौरान लोग सोनू सूद को मसीहा तक बुलाने लगे थे। चुनाव आयोग ने उनके जज्बे को देखते हुए साल 2020 में पंजाब का स्टेट आइकन बनाया था। उन्हें राज्य में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए पंजाब का स्टेट आइकॉन नियुक्त किया गया था। बॉलीवुड अभिनेता के पास आचार्य, फतेह और पृथ्वीराज जैसी फिल्में हैं।