बॉलीवुड के वे हीरो-हीरेइन, जिन्हें हिन्दी बोलने में आती हैं शर्म

By असीम चक्रवर्ती | Published: July 1, 2018 01:18 PM2018-07-01T13:18:28+5:302018-07-01T14:30:47+5:30

सिद्धार्थ मल्होत्रा, अनुष्का शर्मा, दीपिका पादुकोष, प्रियंका चोपड़ा जैसे कलाकार हैं जो खाते हिन्दी के हैं पर हिन्दी बोलने करते हैं परहेज, पढ़िए पूरी रिपोर्ट।

Deepika Priyanka Anushka Sidhharth denies to speak Hindi | बॉलीवुड के वे हीरो-हीरेइन, जिन्हें हिन्दी बोलने में आती हैं शर्म

बॉलीवुड के वे हीरो-हीरेइन, जिन्हें हिन्दी बोलने में आती हैं शर्म

मुंबई, 1 जुलाई: यह फेहरिस्त वाकई में बहुत लंबी हैं। असल में बॉलीवुड में ज्यादातर सितारे ऐसे हैं, जो हिंदी फिल्मों में काम करते हैं, हिंदी का नमक खाते हैं, पर अपना काम अंग्रेजी में करना पसंद करते हैं। यहां तक कि उनकी हिंदी की स्क्रिप्ट भी रोमन में लिखी होती है। दूसरी ओर कई सितारे ऐसे हैं, जो हिंदी जानते हुए भी हिंदी से कोई जुड़ाव महसूस नहीं करते हैं। इनसे हट कर कई ऐसे सितारें हैं, जिनका हिंदी ज्ञान एकदम शून्य है। ऐसे में इनके बीच अमिताभ बच्चन, आमिर खान, माधुरी दीक्षित, शेखर सुमन, मनोज बाजपेयी, शत्रुघ्न सिन्हा, अनिल कपूर, कंगना रनौत, गोविंदा जैसे कुछ सितारे ही अपवाद हैं, जो अपना काम हिंदी में आसानी से कर लेते हैं। पर यहां चर्चा इनकी नहीं हो रही है। यह चर्चा तो जैकलीन फर्नांडिज, कैटरीना कैफ, सिद्घार्थ मल्होत्रा जैसी सितारों की हो रही है जो हिंदी फिल्मों से करोड़ों की कमाई करने के बावजूद हिंदी को अपने पास फटकने नहीं देना चाहते हैं। आइए इन सितारों के हिंदी ज्ञान का खुलासा करते हैं-

भारतीय सिद्धार्थ का अंग्रेजी प्रेम

जी हां, अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा पूरी तरह से भारतीय हैं, पर इनका अंगे्रजी प्रेम सर्वत्र झलकता है। अभी दो-ढाई साल पहले एक सार्वजनिक मंच से भोजपुरी भाषा को लेकर एक रिमार्क किया था, जिस पर उनकी खूब खिल्ली उड़ी थी। चूंकि वह करण जौहर स्कूल के स्टुडेंट हैं, इसलिए अंग्रेजी उनकी जुबान पर लगी होती है। साक्षात्कार के दौरान भी हिंदी में पूछे गए सवालों का जवाब वह अंग्रजी में देना पसंद करते हैं। उनका ज्यादातर काम अंगे्रजी में होता है। वह अंग्रेजी में लिखी स्क्रिप्ट पढ़ते हैं और रोमन में लिखे संवाद। शुक्र है कि उनके सवांदों की डबिंग नहीं होती है। यानी वह हिंदी अच्छी तरह से समझते हैं, फिर भी हिंदी बोलने में उन्हें शर्म आती है। कुछ माह पहले एक इंटरव्यू के दौरान इस बारे में पूछने पर उनका जवाब था- असल में यहां ज्यादातर काम अंग्रेजी में ही होता है। इसलिए हिंदी की बहुत जरूरत नहीं पड़ती है। इसलिए अंगे्रजी एक तरह से जुबान पर अटकी रहती है। फिर मेरा ज्यादातर सर्कल भी अंग्रेजी समझने वालों का है। इसलिए इसी भाषा में बात करना मुझे पसंद है।’ अब आप इस तर्क को क्या कहेंगे। पर इस वजह से उन्हें कितना नुकसान हो रहा है, इसे वह अभी तक भी पकड़ नहीं पाए हैं। कई आलोचक मानते हैं कि अपने इस एटीट्यूट के चलते ही हिंदी फिल्मों से उनका रिश्ता लगातार क्षीण हुआ है।

दीपिका जानती हैं, मगर बोलतीं नहीं

अभिनेत्री दीपिका भी उन ढेरों फिल्मवालों में से एक हैं, जिनकी जुबान पर हमेशा अंग्रेजी चिपकी रहती है। लेकिन अपनी डबिंग वह खुद करती हैं और कई बार हिंदी में लिखी स्क्रिप्ट से उनका काम चल जाता है। इंटरव्यू के दौरान भी हिंदी में पूछे गए सवालों का जवाब हिंदी में ही देती हैं। पर सार्वजनिक मंच से धड़ल्ले से अंग्रेजी में बात करना उन्हें पसंद है। उनसे इस संबंध में जिज्ञासा व्यक्त करने पर उनका जवाब बहुत दिलचस्प होता है, ‘हिंदी से चिढ़नेवाली कोई बात नहीं है। बेंगलूर में रहने के दौरान फ्रेंड सर्किल में हम अमूमन हिंदी- अंग्रेजी मिश्रित हिंदी में बात करते थे। फिल्मों के अपने सारे काम भी मैं हिंदी में आसानी से कर लेती हूं। पर सामनेवाले को हिंदी समझ में नहीं आती है, तो मजबूरी में मुझे भी अंग्रेजी बोलना पड़ता है। आपने जो यह शरमवाली बात कही है, यह शरम कैसा। सच तो यह है कि हमारी रूटीन लाइफ में हिंदी तो आम चलन में है, पर यह बात भी सच है कि अंग्रेजी के बिना भी मेरा काम नहीं चलता है।’

अग्रेजीदां अनुष्का

अनुष्का शर्मा को हिंदी की अच्छी समझ है, पर ज्यादातर मौके पर वह हिंदी बोलने से बचती हैं। मुझे याद है, कुछ साल पहले इंटरव्यू शुरू होने से पहले ही इस संवाददाता को याद दिला दिया था- क्या आप मुझसे अंग्रेजी में सवाल पूछ सकते हैं। जब इस पत्रकार ने असमर्थता व्यक्त की तब भी उन्होंने कहा, लेकिन मैं आपके सवालों का जवाब अंग्रेजी में ही दूंगी। इसके बाद तो उनका अंग्रेजी प्रेम और उग्र हो उठा। अब तो वो सारी गुफ्तगू न सिर्फ धाराप्रवाह अंग्रेजी में करती हैं, बल्कि वह अंग्रेजी में सोचने भी लगी हैं। वह फिल्में भी ऐसी करती हैं जिनमें पाश्चात्य प्रभाव साफ देखने को मिलता है। अपने प्रोडक्शन से फिल्में भी वह वैसी बना ही रही हैं। लेकिन एक अच्छी बात यह है कि वह अपना फिल्मी काम हिंदी में ही करती हैं।

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प्रियंका तो अब हॉलीवुड की हो गई हैं

बरेली की लड़की प्रियंका कभी हिंदी में बात करना बहुत पसंद करती थीं, हिंदी में स्क्रिप्ट भी पढ़ती थीं। मगर हॉलीवुड का नशा चढ़ते ही हिंदी उनसे बहुत दूर हो गया। अब वह देश में कम, विदेश में ज्यादा रहती हैं। शायद इसी वजह से हिंदी फिल्मों ने उन्हें अपने आप से काफी दूर कर दिया है। वरना एक दौर था, जब वह अपनी पहली फिल्म ‘अंदाज’ के सेट पर सभी से हिंदी में बतियाती नजर आई थीं। यह सिलसिला दो- तीन साल तक चला, पर जैसे ही ‘एतराज’ हिट हुई, उन्हें अंग्रेजी बोलना, सोचना-समझना अच्छा लगने लगा। अब तो उन्हें एकदम अंग्रेजी में बात करना पसंद है। वह कहती हैं, ‘ मेरी मुश्किल यह है कि इधर मुझे अपने सारे काम अंगे्रजी में करने पड़ रहे हैं। उस पर हॉलीवुड फिल्मों में अमेरिकन स्टाइल में अंग्रेजी बोलने की वजह से यह एक आदत हो चुकी है, पर मैं हिंदी नहीं भूली हूं। आप मेरी नई फिल्म ‘भारत’ देखकर इस बात का यकीन कर लेंगे।

लंदन से आई कैटरीना

लगभग बीस साल हो गए अभिनेत्री कैटरीना कैफ को। इस बीच वे सलमान की मेहरबानी से स्टार बन गर्इं, मगर सलमान के हिंदी प्रेम को उन्होंने कभी नहीं अपनाया। उन्हें हिंदी सिखाते-सिखाते खुद सलमान भी हिंदी बोलना भूल गए। इधर कुछ सालों में वह भी अंग्रेजी में बात करना पंसद करने लगे हैं। इस बीच उन्होंने हिंदी के कई ट्यूटर भी बदले पर आज भी उनकी डबिंग से लेकर सारा काम अंग्रेजी में होता है। उनकी स्क्रिप्ट भी उन्हें अंग्रेजी में मिलती है। अपने संवाद भी वह रोमन में लिखी स्क्रिप्ट देखकर किसी तरह बोल लेती हैं। उनके कुछ करीबी और यूनिट के लोग मानते हैं कि उन्हें टूटी-फूटी हिंदी बोलना आ गया है, पर अपनी निजी जिंदगी में उन्हें इस तरह की हिंदी बोलना भी पसंद नहीं है। ऐसे में उनकी सफलता आलोचकों को बहुत चौंकाती है। उनके मुताबिक हिंदी फिल्मों ने उन्हें इतना मान-सम्मान दिया, पर एक लंबे अरसे के बाद भी हिंदी के प्रति उनका कोई अनुराग नहीं झलकता है। परदे के बाहर भी वह अपना सारा काम-काज अंग्रेजी में करती हैं। तमाम उलाहना के बावजूद आज भी वह हिंदी की दो लाइन अच्छी तरह से बोल नहीं पाती हैं। शायद इसीलिए पिछले वर्षों में वह बॉलीवुड की कभी अपनी नहीं बन पाई।

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हिंदी के बिना जैकलीन के जलवे

श्रीलंकाई सुंदरी जैकलीन फर्नांडिज की आशातीत सफलता किसी को भी चौंकाती है। वह हिंदी नहीं जानती हैं और न ही अभिनय। पर बहुत आश्चर्यजनक ढंग से उन्होंने स्टारडम का तार अपने साथ जोड़ रखा है। ज्यादातर फिल्मवाले मानते हैं कि चूंकि इस तार का एक सिरा सलमान भाई ने बहुत अच्छी तरह से थाम रखा था, इसलिए उन्हें सफलता की उड़ान भरने में ज्यादा समय नहीं लगा। उनके द्वारा बोले गए सवांद डब किए जाते हैं। अंग्रेजी में उन्हें स्क्रिप्ट और उनका सीन समझाने में सहायक निर्देशक की हालत पतली हो जाती है। कई ट्यूटर बदलने के बाद वह हिंदी के दो-चार शब्द समझने लगी हैं। वह अपना बाकी सारा काम अंग्रजी में ही करती हैं, फिर भी वह अति सफल हैं। जाहिर तौर पर इसके लिए उनके परमानेंट दोस्त सलमान खान और कई पार्टटाइम दोस्तों का बड़ा योगदान है। उनके बारे में यह मशहूर है कि जिस फिल्म में भी वह काम करती हैं, उसके हीरो की वह बहुत अच्छी दोस्त बन जाती हैं। ऐसे में हिंदी-विंदी की बात कौन सुनता है।

इन बॉलीवुड सेलिब्रेटियों पर गर्व है

सितारों की इस भीड़ में ऐसे कई सितारे हैं, जिन पर वाकई में गर्व है। इनके बीच अमिताभ बच्चन, आमिर खान, माधुरी दीक्षित, शेखर सुमन, मनोज बाजपेयी, शत्रुघ्न सिन्हा, कंगना रनौत, गोविंदा की कार्यशैली पूरी तरह से हिंदीमय हाती है। स्क्रिप्ट से डबिंग तक इनका सारा काम हिंदी में ही होता है। इनकी हर उपस्थिति माहौल को हिंदीमय बना देती है। यही नहीं, जहां ये रहते हैं, वहां आपको काफी हिंदी सुनने को मिलेगी। आप जरा बिग बी, शेखर सुमन, मनोज बाजपेयी आदि एक्टर के फिल्मों के सेट पर जाइए। वहां की बोलचाल की हिंदी को सुनकर आपको अपने हिंदी लहजे पर एक संकोच बोध महसूस होगा। सच तो यही है कि इन एक्टर की वजह से ही बॉलीवुड आज भी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री बना हुआ है।

Web Title: Deepika Priyanka Anushka Sidhharth denies to speak Hindi

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