सोनू सूद के ठिकानों पर दूसरे दिन भी आयकर विभाग का सर्वे जारी, शिवसेना ने कहा- यह तालिबानी विचारधारा है
By अनिल शर्मा | Published: September 16, 2021 02:45 PM2021-09-16T14:45:07+5:302021-09-16T15:07:23+5:30
ऑपरेशन को एक "सर्वेक्षण" बताते हुए सूत्रों ने दावा किया कि सोनू सूद की कंपनी और लखनऊ स्थित एक रियल एस्टेट फर्म के बीच हाल ही में एक सौदा जांच के दायरे में है।
मुंबईः बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद के बुधवार 6 ठिकानों पर आयकर विभाग के सर्वे के बाद आज मुंबई में उनके घर विभाग के अधिकारी दोबारा पहुंचे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक आयकर अधिकारी सोनू सूद के लखनऊ की एक रियल एस्टेट कंपनी के साथ हुए प्रॉपर्टी सौदे की जांच कर रहे हैं। अधिकारियों ने कल अभिनेता से जुड़े छह स्थानों की तलाशी ली, जिसमें जुहू स्थित उनके घर पर स्थित उनकी चैरिटी का कार्यालय भी शामिल है।
ऑपरेशन को अधिकारियों ने "सर्वेक्षण" बताया था। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि सोनू सूद की कंपनी और लखनऊ स्थित एक रियल एस्टेट फर्म के बीच हाल ही में एक सौदा जांच के दायरे में है। इस सौदे पर कर चोरी के आरोपों पर सर्वेक्षण शुरू किया गया है। वहीं विपक्षी राजनेताओं ने इसे 48 वर्षीय अभिनेता के खिलाफ विच हंट करार दिया है। रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को करीब 12 घंटे की सर्वे के बाद अधिकारी चले गए थे। लेकिन आज फिर से अधिकारी यहां पहुंचे हैं।
बता दें, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ अभिनेता की मुलाकात के कुछ दिनों बाद छापे मारे गए, जिन्होंने उन्हें स्कूली छात्रों के लिए "देश का मेंटर्स" कार्यक्रम का ब्रांड एंबेसडर घोषित किया।
सोनू सूद के ठिकानों पर आईटी की छापेमारी को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की तो भाजपा के महाराष्ट्र विधायक राम कदम ने इसे पारदर्शी बताते हुए कहा कि अगर कोई केंद्रीय एजेंसी कोई कार्रवाई करती है तो कांग्रेस के साथ-साथ पूरा विपक्ष इसे राजनीतिक कहता है। क्या इन एजेंसियों को काम करना बंद कर देना चाहिए? ये ऑपरेशन पारदर्शी हैं।
वहीं राम कदम के जवाब पर पलटवार करते हुए भाजपा की पूर्व सहयोगी और महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ शिवसेना ने इसे तालिबानी विचारधारा बताया। शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायंडे ने राम कदम के जवाब से असमति जताते हुए इसे "चुनिंदा लक्ष्यीकरण" कहा और भाजपा पर "तालिबानी" विचारधारा का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि सोनू सूद ने लॉकडाउन में फंसे और असहाय सैकड़ों प्रवासियों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए बसों, ट्रेनों और यहां तक कि उड़ानों की भी व्यवस्था की। इस साल की शुरुआत में दूसरी लहर के दौरान, उन्होंने कोविड रोगियों के लिए ऑक्सीजन भी मुहैया कराया था।