177 फिल्मों में दी आर्ट डायरेक्शन, दादा साहब फाल्के सम्मान से नवाजा गया; आज पाई-पाई के लिए मोहताज हैं लीलाधर सावंत
By अनिल शर्मा | Published: July 2, 2021 12:05 PM2021-07-02T12:05:56+5:302021-07-02T12:18:51+5:30
पुष्पा के मुताबिक लीलाधर फिल्मों में स्टेज बनाने का काम करते थे। इस काम में वे निपुण थे। एक समय उनका इंडस्ट्री में काफी नाम था। इस काम के लिए उन्हें फिल्मी जगत का सर्वोच्च अवॉर्ड दादा साहब फाल्के, फिल्मफेयर अवॉर्ड, मानिकचन्द अवॉर्डों से नवाजा गया।
80-90 के दशक में बॉलीवुड की कई सुपरहिट फिल्मों में बतौर आर्ट डायरेक्टर काम कर चुके लीलाधर सावंत आज आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। हालात ऐसे बन गए हैं कि उनकी रोजी-रोटी भी उनके घर के किराये से चल रहा है। लीलाधर सावंत की पत्नी पुष्पा के मुताबिक उनके पति को दो बार ब्रेन हैमरेज हुआ और बाईपास सर्जरी भी करानी पड़ी। इसके इलाज में उनकी सारी बचत खत्म हो गई और आज वे पाई-पाई के लिए मोहताज हैं।
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के वाशिम ज़िले के जउल्का गांव में पिछले 10 सालों से आर्ट डायरेक्टर लीलाधर सावंत अपने पत्नी के साथ रह रहे हैं। पुष्पा ने बताया कि लीलाधर सावंत के 25 साल फिल्मी दुनिया की सेवा की है।
दादा साहब फाल्के सहित कई अवार्ड से नवाजे गए
पुष्पा के मुताबिक लीलाधर फिल्मों में स्टेज बनाने का काम करते थे। इस काम में वे निपुण थे। एक समय उनका इंडस्ट्री में काफी नाम था। इस काम के लिए उन्हें फिल्मी जगत का सर्वोच्च अवॉर्ड दादा साहब फाल्के, फिल्मफेयर अवॉर्ड, मानिकचन्द अवॉर्डों से नवाजा गया।
177 फिल्मों में उन्होंने आर्ट डायरेक्शन दी
पुष्पा ने उन फिल्मों के नाम भी गिनाए जिनमें लीलाधर ने बतौर आर्ट डायरेक्टर काम किया। पुष्पा के मुताबिक फिल्म हत्या के लिए गोविंदा के नाम की सिफारिश लीलाधर ने ही की थी। लीलाधर ने सागर, हत्या, 110 डेज, दीवाना, हद कर दी अपने जैसी कुल 177 फिल्मों में उन्होंने आर्ट डायरेक्शन दी है।