ओलंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई करने वाले पहले भारतीय सुपर हेवीवेट बॉक्सर सतीश कुमार के क्वॉर्टर-फाइनल में चेहरे पर 13 टांकों के साथ मैच खेलने पर अभिनेता जैकी श्रॉफ ने उन्हें सराहा है। उन्होंने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "13 टांकों के साथ लड़ने के लिए...सुपर ह्यूमन के साहस की ज़रूरत होती है...जिसे भारतीय सेना के बॉक्सर ने बखूबी दिखाया।
जैकी श्रॉफ ने आगे लिखा, चेहरे पर 13 टांके लगे सुपर हैवीवेट वर्ग में लड़ने वाले भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार को सलाम और सबसे बड़ा सम्मान, जो उन्हें पिछली लड़ाई के बाद मिला था। जैकी ने लिखा कि चेहरे पर 13 टांके। 6 दाहिनी आंख के ऊपर और सात ठुड्डी पर एक गहरी कट के साथ, जो लड़ाई के दौरान खुल गई? सुपर हैवी वेट कैटेगरी में? जहां हर पंच 600+ पाउंड या उससे अधिक के साथ पंच करने जैसा होगा? वह भी जलोलोव के खिलाफ, जो 6 फीट 6 इंच लंबा और एक पावर पंचर है?
जैकी श्रॉफ ने लिखा कि ऐसे पावर पंचर के खिलाफ शेर दिलवाला ही लड़ सकता है। बकौल जैकी- इसके लिए शेर के दिल और अलौकिक साहस की जरूरत है। जिसे इस भारतीय सेना के मुक्केबाज ने खूब दिखाया। यहां तक कि जोवोलोव ने भी रस्सियों को उठा लिया और सम्मान दिखाने के लिए पहले उसे जाने दिया। जय हिन्द
13 टांकों के साथ रिंग में क्यों उतरे सतीश कुमार?
चेहरे पर 13 टांकों के साथ रिंग में सतीश कुमार क्यों उतरे। इस बात का जवाब उन्होंने दिया और कहा है कि प्री-क्वार्टर मैच में उन्हें प्रतिद्वंदी खिलाड़ी का सिर चेहरे पर लगा था। इससे चिन और आइब्रो में 13 टांके आए। ऐसा लग रहा था, जैसे मैं सब कुछ हार गया। मैं बार-बार यही सोच रहा था कि खेलूं या न खेलूं। इसी दौरान मेरे लिए सोशल मीडिया पर प्रार्थनाओं का दौर शुरू हुआ। कोच, परिवार, दोस्तों समेत सभी ने मुझे अगला राउंड खेलने के लिए प्रेरित किया।