बॉलीवुड में स्पोर्ट्स पर बनी 12 फिल्में, जिन्होंने वाकई खेल में लोगों की रुचि बढ़ाई
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 11, 2018 02:26 PM2018-01-11T14:26:46+5:302018-01-11T16:47:25+5:30
क्रिकेट के इतर अन्य खेलों पर जमकर फिल्में बन रही हैं। इसी श्रेणी में खेल पर आधारित एक और फिल्म 'मुक्काबाज' पर्दे पर आने को तैयार है।
आमिर खान की 'लगान, दंगल' हो या शाहरुख खान की 'चक दे इंडिया' या फिर सलमान की 'सुल्तान', बॉलीवुड में खेलों पर काफी समय से फिल्में बनती रही हैं जिन्हें फैंस ने काफी पसंद भी किया है। कारण साफ है, दर्शकों को स्पोर्ट्स और एंटरटेनमेंट का संगम एक ही जगह मिलना खासा पसंद आता है। इसका एक दूसरा पक्ष भी है। क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों पर आधारित फिल्में दर्शकों को थिएटर तक ले जाने में कम ही सफल हो पाईं। क्योंकि क्रिकेट के फैंस ज्यादा हैं तो फिल्मों में क्रिकेट पर भी ज्यादा फोकस है। लेकिन अब दौर बदला है।
क्रिकेट के इतर अन्य खेलों पर जमकर फिल्में बन रही हैं। इसी श्रेणी में खेल पर आधारित एक और फिल्म 'मुक्काबाज' पर्दे पर आने को तैयार है। अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी फिल्म 'मुक्केबाज' इन दिनों जमकर सुर्खियों में है। फिल्म बॉक्सिंग के इर्द-गिर्द घूमती है।आइए नजर डालते हैं ऐसी ही कुछ मील का पत्थर साबित हुई स्पोर्ट्स बेस्ड फिल्में-
लगान: ऑस्कर तक पहुंची
2001 में आई फिल्म लगान को खेल के तड़का ने ऑस्कर तक पहुंचाया था। इस फिल्म की खास बात यह थी कि इसमें ना सिर्फ क्रिकेट को प्रोत्साहन दिया गया था, बल्कि अंग्रेजों के अन्य पहलू से भी हमारा परिचय करवाया। फिल्म में दिखाया गया था कि किस तरह भारतीय लोग क्रिकेट के जरिए अपनी लगान माफ कराने में सफल रहे थे।
पाटियाला हाउस: क्रिकेट में नस्लभेद को उभारा
इस फिल्म ने न सिर्फ क्रिकेट खेल को बखूबी दर्शाया, बल्कि नस्लभेद के मामले को भी उभारा। अक्षय कुमार, अनुष्का शर्मा, ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया अभिनीत इस फिल्म ने भी अच्छा व्यवसाय किया था इस फिल्म में एक गेंदबाज के स्ट्रग्ल को पर्दे पर पेश किया था।
पान सिंह तोमर: व्यक्तित्व को दोबारा उभारा
पान सिंह तोमर की जीवनी पर आधारित 2012 में आई फिल्म को भी फैंस से जमकर प्यार मिला। इस फिल्म में दौड़ को प्रोत्साहित किया गया था। फिल्म में भारत के एथलीट और सेना के जवान के जीवन को पेश किया गया था। इरफान खान ने लीड रोल में इस फिल्म में जैसे जान डाल दी थी।
धन-धनाधन गोल: इंग्लैंड में प्रोफेशनल फुटबॉलर कहानी
2007 की बॉलीवुड की स्पोर्ट्स फिल्म रोनी स्क्रूवाला द्वारा निर्देशित थी। इस फिल्म में फूटबॉल लवर्स को बखूबी पर्दे पर पेश किया गया था, फिल्म में फुटबॉल के हर दांव-पेच को बखूबी पेश किया गया था, जो फैंस को पसंद आया था। वहीं, फिल्म में इंग्लैंड में प्रोफेशनल फुटबॉलर की लीग के बीच बनते बिगड़ते हालातों को बखूबी दिखाया गया है।
जो जीता वही सिंकदर: साइकिलिंग के जोश को उतारा था पर्दे पर
आमिर खान स्टारर 1992 की इस फिल्म में साइकिलिंग को फोकस किया गया था। ये उस दौर की पहली फिल्म थी जिसमें साइकिलिंग के जोश को पर्दे पर पेश किया गया हो। फिल्म में साइकिल रेसिंग जीतकर इंटर स्कूल कंपीटिशन में स्पोटर्स चैंपियन बनना फैंस को खूब भाया था।
इकबालः क्रिकेट टीम में चयन का मुद्दा उठाया
नागेश कुकनूर ने अपनी आर्ट फिल्म की लीग से अलग हटकर कुछ स्पोर्टस ड्रामा बनाने की कोशिश में आखिरकार एक मील का पत्थर बना डाला। यह फिल्म एक गूंगे बहरे लड़के की कहानी है जो कि गजब का गेंदबाज है। उसका आत्मविश्वास और क्रिकेट के लिए जुनून कुछ ऐसा है कि कोई उसे इंडियन क्रिकेट टीम में शामिल होने से नहीं रोक पाता। एक शराबी कोच की भूमिका में नसीरुद्दीन शाह ने भी अपने रोल में पूरा इंसाफ किया है।
मैरी कॉमः बॉक्सिंग और स्पोर्ट्स पर्सन पर लाजवाब फिल्म
2014 में आई फिल्म मैरी कॉम को आज भी फैंस उतना ही पसंद कर रहे हैं जितना पहले से करते आए हैं। फिल्म में बॉक्सिंग को दिखाया गया था, फिल्म थी तो बायोपिक लेकिन ओलंपिक विनर मैरी कॉम के निजी जीवन से ज्यादा फिल्म में बॉक्सिंग के प्रति जुझारू रूप को पेश किया गया था।
चक दे इंडियाः खेल भावना आगे ले जाने वाली फिल्म
2007 में चक दे इंडिया ने दर्शकों के दिल को जमकर जीता। भारत के राष्ट्रीय खेल हॉकी पर बनी इस फिल्म ने महिला हॉकी को बढ़ावा दिया गया था। ये पहली फिल्म थी जिसमें महिला हॉकी को पेश किया गया हो। यशराज बैनर तले बनी इस फिल्म ने शाहरुख खान की धुआंधार एक्टिंग के बलबूते सभी रिकॉड्स तोड़ दिए।
हवा हवाईः स्केटिंग को करीब से उभारा
साल 2014 की गर्मियों का आगाज करते हुए पर्दे पर आई अमोल गुप्ते की 'हवा हवाई' जो स्केटिंग पर आधारित थी। इस फिल्म ने बहुत बारीकी से इमोशन के साथ एक ऐसे खेल को प्रोत्साहित किया जिसका भारत जैसे देश में बहुत ज्यादा स्कोप देखने को नहीं मिलता। इससे पहले फिल्मों में स्केटिंग को दिखाया तो गया था लेकिन एक गेम और उसको जीतने के लिए लड़ना पहली बार पर्दे पर पेश किया गया था।
साला खड़ूस: मुक्केबाजी के दूसरे आयाम को उभारा
2016 में आई फिल्म साला खडूस को भी फैंस से जमकर मिला। इसमें बखूबी पर्दे पर बॉक्सिंग के रूप को अलग रूप में पेश किया गया था। माधवन स्टारर इस फिल्म में एक बॉक्सर और और उसके कोच के खेल सिखाने के साथ, फिल्म में एक खिलाड़ी के ऊपर लगे बैन को भी पेश किया गया था।
जन्नतः क्रिकेट में सट्टे के खेल को करीब से समझाया
इस फिल्म में क्रिकेट के जरिए लगने वाले सट्टे को दिखाया गया था। लेकिन 2008 में आई फिल्म में क्रिकेट और सट्टे के तालमेल को फैंस से खूब पंसद किया। फिल्म पर्दे पर हिट भी साबित हुई थी।
भाग मिल्खा भाग
राकेश ओम प्रकाश मेहरा के द्वारा निर्देशित की गई 2013 में आई इस फिल्म को भी फैंस ने जमकर सराहा था। फिल्म में दौड़ खेल को प्रदर्शित किया गया था। 61वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में इस फ़िल्म को सर्वश्रेष्ठ मनोरंजक फिल्म का पुरस्कार मिला था। इसके अतिरिक्त सर्वश्रेष्ठ कॉरियॉग्राफी के लिए भी पुरस्कृत किया गया था।