पुण्यतिथि: अमजद खान चाय के थे इतने शौकीन, रिहर्सल में नहीं मिली तो सेट पर ले गए थे दो भैंस
By पल्लवी कुमारी | Published: July 27, 2018 07:41 AM2018-07-27T07:41:48+5:302018-07-27T09:04:33+5:30
80 के दशक में विलेन के तौर पर उभरने वाले सितारे अमजद खान को शोले फिल्म के बाद 'गब्बर' के किरदार से लोग जानने लगे। अमजद खान ने अपने करियर में करीब 200 फिल्मों में काम किया।
नई दिल्ली, 26 जुलाई: अपने देश में आज भी कोई बच्चा जब रोता है तो, मां कहती है, 'सो जा बेटा नहीं तो गब्बर आ जाएगा' अमजद खान की फिल्म शोले का यह डायलॉग इतना सुपरहिट हुआ कि बच्चे-बच्चे की जुबां पर छा गया। अमजद खान को आज सभी लोग विलेन यानि गब्बर सिंह के किरदार से ही पहचानते हैं, लेकिन इस अभिनेता ने जिस तरीके से नेगेटिव रोल निभाए , उसी तरीके से पॉजिटिव किरदार भी निभाए और काफी कम वक्तों में बॉलीवुड में अपने लिए एक ही अलग ही मुकाम हासिल किया। अमजद खान ने अपना हर किरदार ऐसे निभाया कि वह हिंदी सिनेमा इतिहार में यादगार बन गया।
अमजद खान रील लाइफ में जितने टफ और हार्ड रोल करते थे रियल लाइफ में वह उतने ही ज्यादा विनम्र थे। अमजद खान का जन्म 12 नवंबर 1940 को हुआ था। महज 48 साल की उम्र में 27 जुलाई 1992 को इनका निधन हुआ था। 80 के दशक में विलेन के तौर पर उभरने वाले सितारे अमजद खान को शोले फिल्म के बाद 'गब्बर' के किरदार से लोग जानने लगे। अमजद खान ने अपने करियर में करीब 200 फिल्मों में काम किया। आज हिन्दी सिनेमा के महान कलाकार की पुण्यतिथि है। आइए जानते हैं अमजद खान के बारे में कुछ रोचक बातें...
अमजद खान को कला विरासत के रूप में मिली थी उनके पिता जयंत फिल्म इंडस्ट्री के खलनायक रह चुके थे। उन्होंने बतौर कलाकार अपने सिने करियर की शुरुआत फिल्म 'अब दिल्ली दूर नहीं' से की थी। इस फिल्म में अमजद खान ने बाल कलाकार की भूमिका निभायी। लेकिन साल 1975 में रिलीज फिल्म 'शोले' ने अमजद खान को रातोंरात स्टार बना दिया था। हालांकि अमजद गब्बर के किरदार के लिए मेकर्स की पहली पसंद नहीं थे। कहा जाता है कि गब्बर के रोल के लिए पहले डैनी को अप्रोच किया गया था लेकिन डेट न मिलने की वजह से अमजद को यह रोल मिला था।
फिल्म के मेकर्स को अमजद खान की आवाज किरदार के हिसाब से दमदार नहीं लगी थी। वह चाहते थे कि इस फिल्म में गब्बर का किरदार डेनी निभाएं। लेकिन आखिरकार यह रोल अमजद खान की किस्मत में ही था। इस रोल को निभाने के बाद अमजद खान ने हिन्दी सिनेमा को एक ऑइकॉनिक करेक्टर दिया।
अमजद खान बहुत ही सिम्पल और सादगी भरा जीवन बिताते थे। लेकिन एक चीज थी, जिसके बिना वह नहीं रह सकते थे, वह था- चाय। अमजद खान चाय के बहुत बड़े शौकीन थे। उन्हें चाय इतनी पसंद थी कि वह एक दिन में 30 कप चाय पी जाते थे। चाय उनकी कमजोरी थी, जब तक उन्हें चाय नहीं मिलती वह काम तक नहीं कर पाते थे।
इंडस्ट्री के लोग बताते हैं कि एक बार अमजद रिहर्सल के लिए पृथ्वी थिएटर पहुंचे तभी उन्होंने अपना काम शुरू करने से पहले चाय मंगाई लेकिन वहां चाय के लिए दूध का कोई इंतजाम नहीं था और उन्हें चाय नहीं मिल पाई थी। इस दौरान उन्हें चाय की तलब लग गई और वो काम नहीं कर पाए। उस दिन बिना चाय के वह बहुत परेशानी हुए। अगले दिन अमजद दोबारा रिहर्सल के लिए सेट पर पहुंचे। अमजद इस दौरान खुद तो आए ही साथ में दो भैंसे भी ले आए।
सेट पर पहुंचकर उन्होंने बड़े ताव से कहा ये लो, अब चाय बनाने के लिए दूध कम पड़ जाए तो इनसे दूध ले लेना। असल में अमजद खान सेट पर दो भैंसे लेकर गए थे। उन्होंने चाय बनाने वालों से यह भी कहा, कुछ भी हो चाय बनने में कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए।
बॉलीवुड में उस वक्त की गॉसिप की मानें तो अमजद खान एक्ट्रेस कल्पना अय्यर को चाहते थे, लेकिन अमजद पहले से ही शादीशुदा थे और तीन बच्चों के पिता थे। इसलिए इन्होंने कभी इस बात को जाहिर तक नहीं किया। लेकिन दोनों में एक समानता थी कि दोनों ही हिंदी फिल्मों में खलनायक का किरदाj निभाते थे। अमजद और कल्पना की मुलाकात एक स्टूडियो में हुई थी। इस स्टूडियो में दोनों अलग-अलग फिल्मों के लिए शूट कर रहे थे।
अमजद और कल्पना में शूट के दौरान इतना ज्यादा प्यार हो गया था कि दोनों एक-दूसरे से शादी भी कर लेते लेकिन ने अपने परिवार टूटने के डर से ऐसा नहीं किया। लेकिन फिर भी अमजद ने हमेशा कल्पना का साथ दिया। वहीं अमजद के खास दोस्तों में से एक बिग बी यानी अमिताभ बच्चन भी थे। दोनों की जोड़ी ने कई सुपरहिट फिल्में भी दी।
अमजद खान का निधन महज 48 वर्ष की उम्र में हो गया। जिसका कारण काफी हद तक उनका एक्सीडेंट था। ये घटना उस वक्त की है जब अमजद खान अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म 'द ग्रेट गैंबलर' में काम कर रहे थे। फिल्म की शूटिंग गोवा में होनी थी और उसी के लिए अमजद खान अपने परिवार के साथ गोवा के लिए रवाना हुए लेकिन रास्ते में ही अमजद खान की गाड़ी की भयानक एक्सीडेंट हुआ जिसमें अमजद की 13 पसलियां टूट गईं जबकि स्टेयरिंग उनके फेफड़ों में घुस गया। इस एक्सीडेंट की वजह से अमजद खान लंबे वक्त तक के लिए व्हील चेयर पर टिक गए। उनका ऑपरेशन करना पड़ा। इसी वजह से वह कई बीमारियों का शिकार हो गए थे। आखिरकर उनका 27 जुलाई 1992 को निधन हो गया।
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