अमिताभ बच्चन का एंग्री अवतार आया सामने, लिखा- 'ठोक दो साले को'
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 29, 2020 06:56 AM2020-07-29T06:56:22+5:302020-07-29T06:56:22+5:30
एक यूजर्स अमिताभ के प्रति नफरत भरे मैसेज भेजकर उनके आत्मविश्वास को तोड़ने का काम किया है। यूजर ने लिखा कि काश आपकी कोरोना वायरस से मौत हो जाती।
अमिताभ बच्चन को कुछ साल पहले भले ही रूपहले पर्दे का 'एंग्री यंग मैन' कहा जाता था, लेकिन शायद कभी किसी ने उनका ऑफ स्क्रीन 'एंग्री' अवतार देखा होगा। किंतु अक्सर मजेदार पोस्ट करने वाले और अच्छी-अच्छी बातें करने वाले अमिताभ अब किसी अज्ञात व्यक्ति से गुस्सा हो गए हैं। उन्हें इतना ज्यादा गुस्सा आ गया है कि उन्होंने अपने ब्लॉग में लिख दिया कि मेरी मौत की कामना करने वाले अगर मैंने अपने 90 मिलियन फॉलोअर्स को लिख दिया कि ठोक दो साले को तो सोच, तेरा क्या होगा?
सदी के महानायक कहलाए जाने वाले अमिताभ कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद पिछले कुछ दिनों से मुंबई के नानावती अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें एक मैसेज आया जिसमें लिखा था कि आप कोविड से मर जाएंगे। यह मैसेज एसएमएस के जरिए मिला या सोशल मीडिया पर यह तो उन्होंने नहीं बताया, लेकिन ब्लॉग में पूरा गुस्सा उतार दिया।
बिग बी ने बताया उनकी मौत का नुकसान
अमिताभ ने अपने ब्लॉग की शुरुआत की, ''मिस्टर अज्ञात, आपने अपने पिता का नाम तक नहीं लिखा, क्योंकि आपको नहीं पता कि आपका बाप कौन है, या तो मैं जिंदा रहूंगा या मर जाऊंगा। अगर मैं मर गया तो तुम एक सेलिब्रिटी के नाम पर अपनी भड़ास निकालने और निंदा करने का काम आगे नहीं कर पाओगे। अफसोस कि आपके लिखे को नोटिस में लाने वाला नहीं रहेगा, क्योंकि जिस अमिताभ बच्चन पर आपने कटाक्ष किया, तब वो जिंदा नहीं रहेगा। लेकिन भगवान के आशीर्वाद से मैं बच गया तो फिर तुम लोगों के गुस्से का तूफान झेलोगे।
अमिताभ ने ब्लॉग में लिखी ये बड़ी बात
मेरी तरफ से नहीं बल्कि मेरे 90 मिलियन फॉलोअर्स की तरफ से, और ये जान लो कि ये दुनिया भर में हैं। हर कौने में, ईस्ट से लेकर वेस्ट तक, नॉर्थ से लेकर साउथ तक और ये केवल इस पेज की ईएफ यानी एक्सटेंडेंड फैमिली नहीं है बल्कि एक्सटर्मिनेशन फैमिली है।'' अमिताभ ने लिखा, ''मारीच, अहिरावन, महिषासुर, असुर, उपनाम हो तुम; हमारा यज्ञ प्रारंभ होते ही, तुम राक्षसों की तरह तड़पोगे। जान लो इतना कि अब तुम ही केवल समाज की आवाज ना हो; चरित्रहीन, अविश्वासी, श्रद्धाहीन, लीचड़ तुम हो; जलो गलो पिघलो, बेशर्म, बेहया, निर्लज्ज, समाज कलंकी।'' अंत में उन्होंने यह भी लिखा, ''आप अपनी व्याकुलता में जल सकते हैं!''