'आश्रम' में अपनी भूमिका देख डिप्रेशन में चले गए थे अध्ययन सुमन, लोगों ने पूछा- असल जिंदगी में कोकीन लेते हो क्या?
By अनिल शर्मा | Published: June 7, 2022 11:01 AM2022-06-07T11:01:17+5:302022-06-07T11:20:05+5:30
आश्रम सीरीज ने अध्ययन सुमन के करियर को उड़ान दी है। अभिनेता ने कहा कि अब उन लोगों के भी फोन आने लगे हैं जिन्होंने काम मांगने के दौरान मेरा कॉल तक नहीं उठाया।
मुंबईः प्रकाश झा के निर्माण और निर्देशन में बनी मशहूर वेब सीरीज 'आश्रम' का तीसरा सीजन एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीम हो रही है। तीसरे सीजन में अभिनेता अध्ययन सुमन की भूमिका लोगों को काफी पसंद आ रही है। वैसे तो उनकी एंट्री पहले ही सीजन के 8वें भाग में हो चुकी थी लेकिन बहुत कम थी। दूसरे और तीसरे सीजन में उनकी भूमिका को विस्तार दिया गया है जिसपर अभिनेता काफी खुश हैं। लोगों से मिल रहे प्यार और तारीफों को लेकर अभिनेता ने एक हालिया साक्षात्कार में खुलासा किया कि इस सीरीज के बाद उन्हें काफी प्रस्ताव आ रहे हैं।
फ्री प्रेस जर्नल ने अभिनेता के साथ एक विशेष बातचीत में अध्ययन ने निर्देशक प्रकाश झा का आभार जताया कि उन्होंने उन्हें काम दिया। अभिनेता ने खुलासा किया कि आश्रम से पहले वह काम के लिए इधर-उधर काफी गए लेकिन किसी ने काम नहीं दिया। बकौल अध्ययन, ''मुझे शुरू में गुस्सा आता था क्योंकि लोग मुझे जवाब तक नहीं देते थे। मैं आभारी हूं कि प्रकाश झा सर ने मेरे लिए दरवाजे खोले। हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां सब कुछ कमर्शियल है। मैं एक स्टार नहीं हूं इसलिए मेरे कॉल नहीं उठाए जाते थे।'' अभिनेता ने आगे कहा कि बहुत सारे लोग आश्रम देखकर मुझे फोन कर रहे हैं, और उनमें से वे भी हैं जिन्होंने कभी मेरे फोन का जवाब नहीं दिया।
हालांकि अध्ययन सुमन के दिन फिर गए हैं। उन्हें काफी तारीफें मिल रही हैं। पिता ने उनकी भूमिका को लेकर क्या प्रतिक्रिया दी, इस सवाल पर अध्ययन ने कहा कि "आश्रम के तब दो भाग आए थे, जबकि एक भाग में होना चाहिए था। आठवीं कड़ी में मेरी एंट्री हुई। जिसे लेकर मैं चिंतित था। मुझे भी लगा कि मेरा स्क्रीन टाइम कम है। अध्ययन ने कहा कि मुझे याद है कि मैंने आधी रात को शो देखा था और मैं डिप्रेशन में चला गया था। मेरा पूरा काम सीजन दो में शिफ्ट हो गया। मेरे पिता ने मुझे सोने के लिए कहा था क्योंकि उन्हें विश्वास था कि कल सुबह मेरा जीवन बदल जाएगा।
अध्ययन ने बताया कि अब उनसे लोग पूछते हैं कि क्या असल जिंदगी में भी उन्होंने कभी कोकीन सूंघा है। गौरतलब है कि आश्रम में अध्ययन ने सुपरस्टार टींका सिंह का रोल निभाया है जो कोकीन का आदी होता है। अभिनेता ने कहा, टिंका सिंह बहुत ही सनकी किरदार है। वह थोड़ा कोयल है। यहां तक कि शाहिद कपूर ने भी उड़ता पंजाब में ऐसा ही रोल प्ले किया था, इसलिए मैं किसी भी तरह से उनकी नकल नहीं करना चाहता था। मैं आमतौर पर बहुत अधिक संदर्भ नहीं देखता। जब मैं प्रकाशजी से मिला, और उन्होंने मुझे भूमिका सुनाई, तो मुझे लगा कि उन्होंने उस बीज को बोया जो एक पेड़ बन गया। उनके साथ काम करना बहुत ही मुक्तिदायक था क्योंकि उन्होंने मुझे रहने दिया। लोगों ने मुझसे यहां तक पूछा कि क्या मैं असल जिंदगी में कोकीन सूंघता हूं क्योंकि आश्रम सीरीज में मेरा वह सीन इतना लोकप्रिय हो गया था!
करियर में वापसी को लेकर अध्ययन ने कहा कि “मुझे लगता है कि लोग मुझे इस तरह की भूमिका में देखने का इंतजार कर रहे थे। वे इस तरह के शो के ओटीटी पर आने का इंतजार कर रहे थे। यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात थी। मेरे लिए सफलता यह नहीं है कि मेरी फिल्मों ने कितना पैसा कमाया। यह इस बारे में है कि मैंने व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से अपने करियर के निचले स्तर से कैसे संघर्ष किया। मैं एक कामकाजी अभिनेता हूं, और अंत में यही मायने रखता है। मैं 'स्टार' और 'सुपरस्टार' जैसे शब्दों में विश्वास नहीं करता।"