ट्वीट कर फिर मुसीबत में अभिनेता सिद्धार्थ, महिला आयोग ने तमिलनाडु डीजीपी को लिखा खत, कहा- कार्रवाई करें
By अनिल शर्मा | Published: January 12, 2022 03:03 PM2022-01-12T15:03:29+5:302022-01-12T15:46:29+5:30
राष्ट्रीय महिला आयोग ने तमिलनाडु के डीजीपी को खत लिखकर अभिनेता सिद्धार्थ पर कार्रवाई करने की मांग की है। आयोग ने ये खत एक महिला न्यूज एंकर पर ट्विट के संदर्भ में लिखा है...
मुंबईः मशहूर शटलर साइना नेहवाल पर विवादित ट्वीट के बाद तमिल अभिनेता सिद्धार्थ एक बार फिर से मुसीबत में फंस गए हैं। साइना के मामले में अभिनेता के खिलाफ कार्रवाई का आह्वान करने के बाद, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मंगलवार को एक प्रमुख टेलीविजन समाचार चैनल एंकर के खिलाफ अभिनेता के एक अन्य ट्वीट पर संज्ञान लिया है। आयोग ने अब तमिलनाडु के डीजीपी को पत्र लिखकर "हस्तक्षेप और उचित कार्रवाई" की मांग की है।
आयोग ने अपने बयान में लिखा कि ट्वीट "आपत्तिजनक, अनैतिक" था और महिलाओं के प्रति अनादर दिखाता है। इसमें कहा गया है कि भविष्य में इस तरह के बयान देने से रोकने के लिए कानून के प्रावधानों के अनुसार अपराधी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। आयोग ने तमिलनाडु पुलिस से मामले में की गई कार्रवाई के बारे में एनसीडब्ल्यू को सूचित करने को कहा है।
@NCWIndia has taken cognisance of the derogatory remarks made in the post. Chairperson @sharmarekha has written to DGP #TamilNadu seeking intervention and appropriate action against the offender as per provisions of law to refrain him from making such kind of statements in future pic.twitter.com/uJ3UpmEDLH
— NCW (@NCWIndia) January 11, 2022
इससे पहले महिला आयोग ने महाराष्ट्र के डीजीपी को पत्र लिखकर सिद्धार्थ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। हालांकि सिद्धार्थ ने बुधवार को ट्विटर पर साइना से सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली है। साइना ने इसपर खुशी जाहिर की है।
उधर, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को आयोजित इंडियन एक्सप्रेस ई-अड्डा कार्यक्रम के दौरान इस मुद्दे पर बात की थी। उन्होंने कहा कि हमें इस मुद्दे को समग्रता से देखने की जरूरत है। क्या केवल पकड़े गए पुरुष ही हैं जिनके बारे में हमें चिंतित होने की आवश्यकता है? या, जो किसी महिला को बोलने के अधिकार से वंचित करते हैं?… साइना नेहवाल का एक दृष्टिकोण था
मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने के लिए हेट ऐप्स का हवाला देते हुए ईरानी ने कहा कि महिलाओं पर, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो, ऑनलाइन हमला किया गया है और उन्होंने आईटी और दूरसंचार विभागों के साथ इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थ द्वारा किए गए ट्वीट जैसे मामलों को भी संज्ञान में लिया जाना चाहिए।