आखिर क्यों हिन्दी के बजाय मराठी फिल्में निर्देशित करना पसंद करते हैं महेश मांजरेकर?
By भाषा | Published: February 11, 2019 10:05 AM2019-02-11T10:05:19+5:302019-02-11T10:05:19+5:30
फिल्मकार महेश मांजरेकर का कहना है कि वह मराठी फिल्मों का निर्माण करना अधिक पसंद करते हैं क्योंकि वहां व्यावसायिकता की रूकावट नहीं है।
‘वास्तव’ और ‘अस्तित्व’ जैसी हिन्दी फिल्मों के निर्देशन के जरिये समालोचकों की प्रशंसा बटोरने वाले अभिनेता एवं फिल्मकार महेश मांजरेकर का कहना है कि वह मराठी फिल्मों का निर्माण करना अधिक पसंद करते हैं क्योंकि वहां व्यावसायिकता की रूकावट नहीं है।
मांजरेकर की कुछ प्रमुख मराठी फिल्मों में ‘शिक्षणाच्या आयचा घो’, ‘काकस्पर्श’ और नाना पाटेकर की मुख्य भूमिका वाली ‘नटसम्राट’ और ‘भाई : व्यक्ति की वल्ली’ प्रमुख है।
मांजरेकर ने पीटीआई से कहा, ‘‘आजकल मैं और अधिक मराठी फिल्मों का निर्देशन करना पसंद कर रहा हूं। मैं हिंदी फिल्म करना तभी पसंद करूंगा जब उसमें व्यावसायिक प्रतिबद्धता ना हो जिसमें गाने, नृत्य और आइटम नंबर हैं। यहां मुझे केवल अपना काम करने दिया जाये।’’
हालांकि, ‘राजी’, ‘बधाई हो’, ‘स्त्री’, ‘उरी: द सजिर्कल स्ट्राइक’ जैसी फिल्मों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हिन्दी फिल्मों में भी चीजें बदल रही हैं क्योंकि स्टार्स थियेटर में दर्शकों को नहीं खींच पा रहे हैं।