ब्लॉग: चीन की नई बीमारी दुनिया पर पड़ेगी भारी?
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 27, 2023 12:31 PM2023-11-27T12:31:39+5:302023-11-27T12:31:49+5:30
भारत सतर्क है लेकिन ज्यादा कुछ कहने से गुरेज कर रहा है। यह संक्रमण महामारी बनेगा या नहीं, यह भविष्य के गर्त में है।
एक बार फिर दुनिया चीन में बच्चों में फैली रहस्यमय बीमारी को लेकर खौफजदा है। जबकि चीन पहले की तरह ऐंठा हुआ है कि किसी नई बीमारी के संकेत वहां नहीं मिले हैं, जो हैं सभी पहले से मालूम बैक्टीरिया-वायरस हैं जो बच्चों में फैल रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जब रहस्यमयी बीमारी के बारे में पूछताछ की उसने बताया कि कुछ भी असामान्य नहीं है, यह साधारण बीमारी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन फिर भी लोगों से अपील कर रहा है कि साफ-सफाई का ध्यान रखें और सांस संबंधी कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
इधर पड़ोसी नेपाल ने न केवल अलर्ट जारी किया बल्कि बीमारी की जानकारी न देने पर चीन से नाराजगी भी जताई है। कोविड-19 सरीखे लक्षणों वाली नई बीमारी के चीन में जितने भी टेस्ट हुए हैं उनमें चीन ने कोरोना को खारिज किया है।
इसी 13 नवंबर को उसके राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया था कि वहां एक नया संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बच्चे ज्यादा चपेट में आ रहे हैं। इंफ्लुएंजा अमूमन जल्द काबू में आ जाता है। यहां जब नहीं आया तब 21 नवंबर को सार्वजनिक रोग निगरानी प्रणाली (प्रोमेड) ने उत्तरी चीन में रहस्यमय न्यूमोनिया जैसी बीमारी सार्वजनिक की। देखते-देखते अस्पताल ऐसे मरीजों भरने लगे जो रुकने का नाम ही ले रहे।
यहीं से चिंता और चीन के पुराने झूठ पर ध्यान जाने लगा। इधर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन को चेताया कि बीमारी के जोखिम को कम करने खातिर टीकाकरण और मरीजों से जरूरी दूरी बनाकर क्वारंटाइन करें और एहतियातन जांच कराएं। मास्क पहनने और नियमित रूप से हाथ धोने जैसी बातों का पालन हो।
भारत सतर्क है लेकिन ज्यादा कुछ कहने से गुरेज कर रहा है। यह संक्रमण महामारी बनेगा या नहीं, यह भविष्य के गर्त में है। संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने अजीब चीनी निमोनिया को लेकर तमाम मीडिया रिपोर्ट्स और ग्लोबल संक्रामक रोग मॉनिटरिंग सर्विस की रिपोर्टों का हवाला दिया है।