पाकिस्तान में फौज नचाए सबको नाच
By वेद प्रताप वैदिक | Published: July 23, 2018 07:28 AM2018-07-23T07:28:51+5:302018-07-23T07:28:51+5:30
बंदूकवालों ने कलमवालों पर कब्जा कर रखा है। उन्होंने हुक्म दिया है कि मियां नवाज और उनकी बेटी मरियम को 25 जुलाई तक हर हालत में जेल में ही रखा जाए। जस्टिस सिद्दीकी ने यह आरोप भी लगाया है कि फौजियों ने सारे अखबारों और टीवी चैनलों का भी टेंटुआ कस रखा है।
पाकिस्तान के जिस सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और वकीलों ने फौजी तानाशाह परवेज मुशर्रफ की नाक में दम कर दिया था और जिससे आखिरकार मुशर्रफ को गद्दी छोड़नी पड़ी थी, उसी अदालत के प्रसिद्ध जज शौकत सिद्दीकी ने कह दिया है कि पाकिस्तान की गुप्तचर सेवा (आईएसआई) सभी जजों और चीफ जस्टिस पर दबाव डाल रही है कि वे नवाज शरीफ के खिलाफ फैसले दें।
बंदूकवालों ने कलमवालों पर कब्जा कर रखा है। उन्होंने हुक्म दिया है कि मियां नवाज और उनकी बेटी मरियम को 25 जुलाई तक हर हालत में जेल में ही रखा जाए। जस्टिस सिद्दीकी ने यह आरोप भी लगाया है कि फौजियों ने सारे अखबारों और टीवी चैनलों का भी टेंटुआ कस रखा है। पाकिस्तान की फौज नेताओं, जजों और पत्नकारों सबको नाच नचा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि आईएसआई ने उच्च न्यायालय को आदेश दिया है कि नवाज के किसी मामले में भी जस्टिस सिद्दीकी को बेंच में न रखा जाए।
इधर जस्टिस सिद्दीकी का यह बयान, उधर पाकिस्तान के चुनाव आयोग द्वारा घोषित आतंकवादियों को भी चुनाव लड़ने की इजाजत देना इस बात का पक्का सबूत है कि 25 जुलाई को होनेवाला आम चुनाव घोर अनैतिक होगा। ये आतंकवादी उम्मीदवार घोषित और प्रतिबंधित आतंकवादी गिरोहों के सक्रिय सदस्य हैं।
अब आप समझ लीजिए कि पाकिस्तान की नई संसद कैसी होगी? फौज ने पहले ही डेढ़ सौ निर्दलीय उम्मीदवार खड़े करवा दिए हैं। यदि फौज की इस धांधली को इस बार पाकिस्तान की जनता ने उलट दिया तो हम यह आशा कर सकते हैं कि शायद पाकिस्तान में सच्चे लोकतंत्न का आगमन शुरू हो जाए। अभी तो सारी दुनिया में हमारे इस पड़ोसी देश को, जो 70 साल पहले तक हमारा ही अंग था, ‘गुंडा-राज्य’ (रोग स्टेट) के तौर पर जाना जाता है।