ब्लॉग: विदेश में खालिस्तानी गतिविधियों पर आघात

By अवधेश कुमार | Published: July 22, 2023 11:26 AM2023-07-22T11:26:19+5:302023-07-22T11:33:56+5:30

पिछले दिनों सरकार की ओर से राजनयिकों, वाणिज्य दूतावासों, उच्चायोगों के विरुद्ध हिंसा के लिए उकसाने और धमकी देने वाले पोस्टर लगाने के मुद्दे पर कनाडा, ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से खरी-खरी बात की गई।

Attack by Khalistani activities abroad countries like usa canada uk india raise questions | ब्लॉग: विदेश में खालिस्तानी गतिविधियों पर आघात

फोटो सोर्स: ANI (प्रतिकात्मक फोटो)

Highlightsविदेश में खालिस्तानी अलगाववादियों के प्रदर्शन का आह्वान विफल रह रहा है। इन्हें लंदन और मेलबर्न में भारतीय दूतावासों और महावाणिज्य दूतावास के सामने जमा होने से रोका गया है। यही नहीं ये अमेरिका के वाशिंगटन के भारतीय दूतावास के बाहर भी प्रदर्शन नहीं कर पाए है।

विदेश में खालिस्तानी अलगाववादियों को अब सीधा -सीधा उत्तर मिलने लगा है. कई देशों में प्रदर्शन का आह्वान हर तरफ विफल रहा. कनाडा के टोरंटो में इंडियन काउंसलेट के सामने अलगाववादी विरोध प्रदर्शन के लिए आए तो तिरंगा लिए भारतवंशियों ने मुंहतोड़ जवाब दिया एवं भारत माता की जय के नारे लगाए. 

ब्रिटेन के लंदन और ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में भारतीय दूतावासों और महावाणिज्य दूतावास के बाहर इनके प्रदर्शन के लिए भीड़ नहीं जुट सकी. सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी और उन्हें वापस लौटना पड़ा. 

अमेरिका में ऐसी ही स्थिति देखी गई

अमेरिका के वाशिंगटन में भी भारतीय दूतावास के बाहर यही स्थिति थी. वहां भी ये प्रदर्शन नहीं कर सके. यह साफ दिख रहा है कि पिछले कुछ समय से भारत सरकार विदेश में खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर कई स्तरों पर काम कर रही है. 

पिछले दिनों सरकार की ओर से राजनयिकों, वाणिज्य दूतावासों, उच्चायोगों के विरुद्ध हिंसा के लिए उकसाने और धमकी देने वाले पोस्टर लगाने के मुद्दे पर कनाडा, ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से खरी-खरी बात की गई.

खालिस्तान समर्थक समूह ने कई देशों में पोस्टर भी जारी किए है

खालिस्तान समर्थक समूह ने ब्रिटेन के साथ अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में वरिष्ठ भारतीय राजनयिकों के विरुद्ध हिंसा भड़काने वाले पोस्टर जारी किए थे. इसमें भारत को क्षति पहुंचाने और इन देशों में भारतीय राजनयिकों को निशाना बनाने की बात है.

कार्रवाई पर भारत ने क्या सवाल किया था

वास्तव में जैसा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था, यह मुद्दा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का नहीं है, इसके नाम पर आतंकवादी एवं अलगाववादी तत्वों को मौका मिल रहा है. भारत ने प्रश्न किया कि हम जानना चाहते हैं कि क्या कार्रवाई की गई या क्या कार्रवाई की जा रही है?

भारत की इन कोशिशों का त्वरित असर हुआ है. विदेशों से भी प्रतिक्रियाएं आईं और व्यवहार में थोड़ा परिवर्तन दिख रहा है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि उनके देश ने हमेशा आतंकवाद के विरुद्ध गंभीर कार्रवाई की है और ऐसा करना जारी रखेगा.

Web Title: Attack by Khalistani activities abroad countries like usa canada uk india raise questions

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