रंजना मिश्रा का ब्लॉग: बुजुर्गों की देखभाल के लिए रहना होगा तैयार
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: October 6, 2023 03:19 PM2023-10-06T15:19:27+5:302023-10-06T15:20:43+5:30
2022 में, भारत में 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों की संख्या 14.9 करोड़ थी, जो देश की कुल जनसंख्या का 10.5 प्रतिशत थी. अनुमान है कि 2050 तक, बुजुर्गों की संख्या दोगुनी होकर 34.7 करोड़ हो जाएगी, जो देश की कुल जनसंख्या का 20.8 प्रतिशत होगा.
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) और भारत इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर पॉपुलेशन साइंसेज (आईआईपीएस) ने हाल ही में 27 सितंबर 2023 को 'डिया एजिंग रिपोर्ट 2023' जारी की. इस रिपोर्ट के अनुसार, युवा देश कहे जाने वाले भारत की जनसंख्या तेजी से बूढ़ी हो रही है. वर्तमान समय में भारत की बुजुर्ग आबादी की दशकीय वृद्धि 41 फीसदी हो गई है.
2022 में, भारत में 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों की संख्या 14.9 करोड़ थी, जो देश की कुल जनसंख्या का 10.5 प्रतिशत थी. अनुमान है कि 2050 तक, बुजुर्गों की संख्या दोगुनी होकर 34.7 करोड़ हो जाएगी, जो देश की कुल जनसंख्या का 20.8 प्रतिशत होगा. रिपोर्ट के अनुसार, 2022 से 2050 के दौरान देश की कुल आबादी करीब 18 फीसदी बढ़ेगी, जबकि वृद्धों की संख्या में 134 फीसदी की वृद्धि होगी.
खास तौर पर 80 से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या में 279 फीसदी की वृद्धि होगी. ग्रामीण क्षेत्रों में बुजुर्गों की संख्या शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा अधिक है, क्योंकि आज भी भारत की लगभग 70 प्रतिशत आबादी गांवों में ही रहती है. भारत में वृद्ध जनसंख्या बढ़ने का कारण भारत में जीवन प्रत्याशा का लगातार बढ़ना और भारत में प्रजनन दर में लगातार गिरावट आना है.
इस रिपोर्ट में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की आयु ज्यादा होने की संभावना जताई गई है. इसका मतलब है कि बुजुर्गों में वृद्ध महिलाओं का प्रतिशत वृद्ध पुरुषों के मुकाबले अधिक होगा, क्योंकि महिलाओं की जीवन प्रत्याशा पुरुषों की अपेक्षा अधिक है. भारत में बुजुर्गों की बढ़ती संख्या से कई फायदे भी होंगे. बुजुर्गों के पास जीवन का लंबा अनुभव और ज्ञान होता है.
वे युवाओं को मार्गदर्शन और सलाह प्रदान कर सकते हैं. बुजुर्गों के पास अपने समाज और संस्कृति के बारे में गहरा ज्ञान होता है. वे इन मूल्यों को संरक्षित करने और उन्हें अगली पीढ़ी तक पहुंचाने में मदद कर सकते हैं. बुजुर्गों के पास बचत और निवेश करने के लिए अधिक संसाधन हो सकते हैं. इससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल सकता है. इस रिपोर्ट में भी कहा गया है कि भारत में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया एक अवसर है.
बुजुर्गों की बढ़ती आबादी के लिए नए बाजारों और उत्पादों के विकास के अवसर पैदा हो सकते हैं. बुजुर्गों के लिए नई सेवाओं और उत्पादों की मांग भी बढ़ सकती है.