Maharashtra CM news: दूरदर्शी युवा नेतृत्व के हाथों में महाराष्ट्र की कमान
By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Updated: December 5, 2024 05:21 IST2024-12-05T05:21:02+5:302024-12-05T05:21:02+5:30
Maharashtra CM news: कल्पनाशीलता, दूरदर्शिता, दृढ़संकल्प एवं अभिनव परियोजनाओं के माध्यम से देवेंद्र फडणवीस ने अपनी असीम क्षमताओं को साबित कर दिखाया था.

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Maharashtra CM news: देश की नई पीढ़ी के सबसे प्रखर नेताओं में से एक देवेंद्र फडणवीस के हाथों में एक बार फिर महाराष्ट्र की कमान आ गई है. महाराष्ट्र की जनता को जहां उनसे बड़ी उम्मीदें हैं, वहीं महाराष्ट्र को विकास के नए शिखर पर ले जाने की चुनौती भी उनके सामने है. इस बात में कोई संदेह नहीं है कि फडणवीस इस कसौटी पर खरे उतरेंगे क्योंकि सन् 2014 में पहली बार महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी कल्पनाशीलता, दूरदर्शिता, दृढ़संकल्प एवं अभिनव परियोजनाओं के माध्यम से उन्होंने अपनी असीम क्षमताओं को साबित कर दिखाया था.
उनकी नेतृत्व क्षमता और लोकप्रियता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2014, 2019 और 2024 के विधानसभा के चुनाव भारतीय जनता पार्टी ने फडणवीस के नेतृत्व में लड़े और शानदार प्रदर्शन किया. तीनों बार भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी. 2019 में उनके नेतृत्व में भाजपा की चुनावी जीत के बावजूद अविभाजित शिवसेना के मुखिया उद्धव ठाकरे की जिद के कारण वह मुख्यमंत्री नहीं बन पाए. हालांकि राकांपा नेता अजित पवार के साथ मिलकर उस वक्त उन्होंने तीन दिन की सरकार जरूर बनाई.
यह प्रयोग विफल होने के बाद उनके विरोधियों ने उनकी रणनीतिक क्षमता पर सवाल भी उठाए थे लेकिन देवेंद्र फडणवीस को अपनी क्षमता पर कभी कोई संदेह नहीं रहा. उन्हें करीब से जानने वाले भी जानते थे कि देवेंद्र तमाम तूफानों के बीच से विजेता की तरह फिर उभरेंगे. आज वह बात सच साबित हो गई.
वर्ष 2014 से 2019 के बीच फडणवीस ने मुख्यमंत्री के रूप में कुशल प्रशासन दिया और महाराष्ट्र काे विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर किया. नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग उनके पहले कार्यकाल की एक ऐसी परियोजना साबित हुई जो बुनियादी ढांचे के विकास के मामले में देश के तमाम राज्यों के लिए आदर्श साबित हुई.
फडणवीस ने बतौर मुख्यमंत्री उस वक्त किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए ठोस कदम उठाए. उन्होंने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया था कि विदर्भ और मराठवाड़ा के किसान आर्थिक रूप से सक्षम हो जाएं, सिंचाई के लिए उन्हें प्रकृति पर पूरी तरह निर्भर न रहना पड़े और आत्महत्या का अभिशाप खत्म हो जाए.
उन्होंने महाराष्ट्र को अकाल और सूखे जैसी प्राकृतिक आपदा से स्थायी रूप से निजात दिलाने के लिए जलसंवर्धन योजनाएं शुरू कीं. जलशिवार योजना देश के लिए आदर्श बनी. अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने किसानों के लिए कृषि से जुड़ी पूरक योजनाएं भी आरंभ कीं ताकि किसानों को अतिरिक्त आमदनी हो सके और वे आर्थिक विपन्नता से मुक्ति पा जाएं.
समृद्धि महामार्ग मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस की ही देन है. इस महत्वाकांक्षी परियोजना से विदर्भ और मराठवाड़ा के बड़े हिस्से के विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ. नागपुर और मुंबई के बीच सड़क यातायात सुगम हो गया. उस वक्त फडणवीस ने कल्पना की थी कि समृद्धि महामार्ग के दोनों किनारों पर अत्याधुनिक शहरों का विकास हो.
पहले कार्यकाल में वे अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पाए थे. उम्मीद है कि अपने नए कार्यकाल में वे अपने इस सपने को साकार कर दिखाएंगे. उनके फिर मुख्यमंत्री बनने से किसानों में भी आशा की किरण का संचार हुआ है क्योंकि कृषि क्षेत्र के लिए फडणवीस ने पहले कार्यकाल में कई योजनाएं लागू की थीं जो सत्ता परिवर्तन के बाद अधूरी रह गई थीं.
मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस का तीसरा कार्यकाल उम्मीदों के साथ-साथ चुनौतियों से भी भरा हुआ रहेगा. लाड़ली बहना योजना ने विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति को 230 सीटें दिलाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को अभी 1500 रुपए मासिक सम्मान राशि दी जाती है.
भाजपा के चुनाव घाेषणा पत्र में उसे बढ़ाकर 2100 रुपए करने का वादा किया गया था. घोषणा पत्र में कई अन्य लोकलुभावन वायदे भी किए गए थे. इन सबको पूरा करने पर राज्य की अर्थव्यवस्था पर भारी बोझ पड़ेगा. ऊपर से महाराष्ट्र को एक खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प भी मुख्यमंत्री को पूरा करना है.
इसके अलावा राज्य में बेमौसम बारिश से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है और किसान गंभीर संकट में हैं, इसके साथ-साथ कपास और सोयाबीन जैसी महत्वपूर्ण फसलों को समुचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं. इससे किसानों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. राज्य में मादक पदार्थाें का जाल बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक फैलता जा रहा है.
कानून और व्यवस्था के मोर्चे पर भी ठोस कदम उठाने की जरूरत है. महाराष्ट्र को उद्योग के क्षेत्र में अव्वल बनाने की चुनौती भी उनके सामने है ताकि बेरोजगारी दूर हो. महाराष्ट्र की जनता को भरोसा है कि फडणवीस के रूप में मिला युवा नेतृत्व क्षमतावान है और उसकी अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा.