जयंतीलाल भंडारी का ब्लॉग: वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बीच आगे बढ़ती इंडियन इकोनॉमी, 2030 में बन सकती है दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
By डॉ जयंती लाल भण्डारी | Published: November 10, 2022 08:21 AM2022-11-10T08:21:09+5:302022-11-10T08:32:21+5:30
आपको बता दें कि वैश्विक निवेश बैंक मॉर्गन स्टेनली द्वारा ‘व्हाई दिस इज इंडियाज डिकेड’ शीर्षक से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत डिजिटलीकरण के कारण विश्व अर्थव्यवस्था में नई शक्ति प्राप्त कर रहा है।
नई दिल्ली: हाल ही में 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में वर्ष 2023 में भारत की अध्यक्षता में होने वाले जी-20 के नए लोगो का अनावरण करते हुए कहा कि वैश्विक आर्थिक और वित्तीय चुनौतियों के बीच पूरी दुनिया में भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से आगे बढ़ रही है और हम जी-20 के माध्यम से मिल-जुलकर अच्छी प्रगति कर सकते हैं तथा दुनिया को सौहार्द्र की एक अच्छी जगह बना सकते हैं.
डिजिटलीकरण के कारण भारत को मिल रही है नई ऊंचाई
गौरतलब है कि इन दिनों दुनिया के प्रसिद्ध आर्थिक और वित्तीय संगठनों की रिपोर्टों में भारतीय अर्थव्यवस्था के आगे बढ़ने की संभावनाएं प्रस्तुत की जा रही हैं. 2 नवंबर को वैश्विक निवेश बैंक मॉर्गन स्टेनली के द्वारा ‘व्हाई दिस इज इंडियाज डिकेड’ शीर्षक से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत डिजिटलीकरण के कारण विश्व अर्थव्यवस्था में नई शक्ति प्राप्त कर रहा है.
2030 तक भारत बन सकता है तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
साथ ही भारत में तेजी से बढ़ती हुई आर्थिक अनुकूलताओं के कारण वर्ष 2030 के अंत से पहले भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. इसी तरह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि दुनिया आर्थिक मंदी के हालात से गुजर रही है, जबकि भारत की स्थिति अभी भी तुलनात्मक रूप से अच्छी है.
भारतीय अर्थव्यवस्था 2022-23 सबसे अधिक दर से बढ़ेगी-विश्व बैंक
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने वर्ष 2022-23 के लिए भारत के आर्थिक विकास अनुमान को 7.4 प्रतिशत से घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है. इसी तरह विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत में दुनिया के बाकी देशों की तुलना में पुनरुद्धार मजबूत है. साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था 2022-23 में सबसे अधिक 6.5 फीसदी की दर से बढ़ेगी.
2022 में भारत से निर्यात में हुई है अच्छी बढ़ोतरी
इसमें कोई दो मत नहीं है कि वर्ष 2022 में वैश्विक मंदी की चुनौतियों के बीच भारत से निर्यात तथा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में रिकॉर्डतोड़ बढ़ोत्तरी हुई है. देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी नवंबर 2022 में करीब 531 अरब डॉलर के स्तर पर दिखाई दे रहा है, जो कि दुनिया में चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार है.
ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2022 में भारत 40वें स्थान पर
भारत ने वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनने के लिए कई आर्थिक सुधार किए हैं. भारत में 70,000 से अधिक स्टार्ट-अप हैं, जिनमें 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं. विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास के मुताबिक भारत डिजिटाइजेशन में दुनिया में अग्रणी है. ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2022 में भारत तेजी से आगे बढ़कर 40वें क्रम पर आ गया है.
हम उम्मीद करें कि अब वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का मुकाबला करते हुए भारत आर्थिक डगर पर तेजी से आगे बढ़ेगा और देश के आम आदमी को आर्थिक-सामाजिक कल्याण की अधिक खुशियां मिल सकेंगी.