विवेक शुक्ला का ब्लॉग: राजनीति के दिग्गज नेताओं का होली मिलन
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 10, 2020 03:38 AM2020-03-10T03:38:08+5:302020-03-10T03:38:08+5:30
जब एपीजे अब्दुल कलाम देश के राष्ट्रपति थे तब वे अपनी होली अलग अंदाज में मनाते थे. उन्होंने एक बार होली मनाई मानसिक तौर पर कमजोर बच्चों के साथ. और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की होली के भी क्या कहने.
हाल ही में भड़के सांप्रदायिक दंगों ने दिल्ली के माहौल को विषाक्त तो किया है, पर धीरे-धीरे दिल्ली की फिजाओं में बिखर चुके हैं होली के रंग. राष्ट्रीय राजधानी में होली मिलन के अनेक आयोजन होते रहे हैं, इस बार भी होंगे. जब तक अटल बिहारी वाजपेयी रायसीना रोड के बंगले में रहे तब तक उधर होली का खूब धमाल होता रहा. वहां खूब मस्ती के साथ-साथ लजीज व्यंजन भी परोसे जाते थे. गुलाल लगाया जाता था सबको.
वाजपेयीजी के 1996 में पहली बार देश का प्रधानमंत्नी बनने के बाद भी उनके आवास पर होली मिलन पहले जैसा ही होता रहा. अटलजी खुद सबको गुलाल लगाया करते थे. होली पर सुबह ही उनके घर लालकृष्ण आडवाणी, शिव शर्मा, एन.एम. घटाटे वगैरह पहुंच जाते थे. उसके बाद उनके सैकड़ों मित्नों, प्रशंसकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के आने का सिलसिला जारी रहता.
लालकृष्ण आडवाणी के पृथ्वीराज रोड स्थित आवास पर भी होली बड़े प्रेम से खेली जाती है. बंगाली मार्केट की मशहूर मिठाई की दुकानों में बनी गुझिया सबको खिलाई जाती है. आडवाणी जी की शख्सियत धीर-गंभीर है, पर वे होली मित्नों के साथ प्रेम से खेलते रहे हैं. होली पर उनके पास आने वाले तमाम मित्नों और पार्टी कार्यकर्ताओं का मुंह अवश्य मीठा कराया जाता है. होली खेलने के बाद सबके लिए भोजन की भी व्यवस्था रहती है.
पूर्व प्रधानमंत्नी इंदिरा गांधी के सरकारी आवास में आयोजित होने वाले होली मिलन का दिल्ली के राजनीतिक और सामाजिक जीवन में हैसियत रखने वालों के लिए विशेष महत्व रहता था. उसमें इंदिरा गांधी मेहमानों को गुझिया खिलवाती थीं. सारा होली मिलन काफी शालीन अंदाज में होता था. एक दौर में हरिवंश राय बच्चन और तेजी बच्चन सारे आयोजन को देखते थे.
बीते चंद सालों से रामविलास पासवान के जनपथ स्थित आवास पर भी होली का खूब रंग चढ़ता है. दिन में डेढ़-दो बजे तक होली खेलना जारी रहता है. रामविलास पासवान और उनके सांसद पुत्न चिराग मेहमानों को भिगोने में पीछे नहीं रहते. पासवान की पड़ोसी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर खेली जाने वाली होली में शालीनता ही रहती है.
जब एपीजे अब्दुल कलाम देश के राष्ट्रपति थे तब वे अपनी होली अलग अंदाज में मनाते थे. उन्होंने एक बार होली मनाई मानसिक तौर पर कमजोर बच्चों के साथ. और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की होली के भी क्या कहने. शायद ही देश के किसी यूनिवर्सिटी कैंपस में जेएनयू की तरह प्रेम और सद्भाव के वातावरण में होली खेली जाती हो.