अश्विनी महाजन का ब्लॉग: खुशी और भुखमरी के सूचकांक में पक्षपात

By अश्विनी महाजन | Published: April 6, 2023 01:08 PM2023-04-06T13:08:36+5:302023-04-06T13:12:27+5:30

उदाहरण के लिए सऊदी अरब जिसमें तानाशाही व्यवस्था है उसे तीसरे स्थान पर, यूक्रेन जो युद्ध में बर्बाद हो चुका है उसे 92वें स्थान पर, तुर्की जो महंगाई के कारण टूट चुका है उसे 106वें स्थान पर, दुनिया के सामने भीख का कटोरा लिए खड़े पाकिस्तान को 108वें स्थान पर दिखाया गया है और पूरी तरह से दिवालिया हो चुका श्रीलंका 112वें स्थान पर है.

Bias in the Index of Happiness and Starvation | अश्विनी महाजन का ब्लॉग: खुशी और भुखमरी के सूचकांक में पक्षपात

(फाइल फोटो)

Highlightsमार्च 2023 के तीसरे सप्ताह में ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट सोल्यूशन नेटवर्क’ द्वारा ‘विश्व खुशी रिपोर्ट 2023’ जारी की गई है.इस रिपोर्ट में भारत को विश्व खुशी सूचकांक में 126वें स्थान पर दिखाया गया है.भारत सरकार ही नहीं कई अन्य संस्थाओं और विशेषज्ञों द्वारा इस रिपोर्ट पर सवालिया निशान लगाए गए थे.

मार्च 2023 के तीसरे सप्ताह में ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट सोल्यूशन नेटवर्क’ द्वारा ‘विश्व खुशी रिपोर्ट 2023’ जारी की गई है. इस रिपोर्ट में भारत को विश्व खुशी सूचकांक में 126वें स्थान पर दिखाया गया है. हालांकि इस रिपोर्ट में भारत को पिछले वर्ष 136वें पायदान से बेहतर 126वें पायदान पर रखा गया है, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि ऐसे कई मुल्क जो विभिन्न परिस्थितियों के चलते किसी भी हाल में खुशी के मामले में भारत से बेहतर हो ही नहीं सकते, उन्हें भी भारत से बेहतर स्थिति में दिखाया गया है. 

उदाहरण के लिए सऊदी अरब जिसमें तानाशाही व्यवस्था है उसे तीसरे स्थान पर, यूक्रेन जो युद्ध में बर्बाद हो चुका है उसे 92वें स्थान पर, तुर्की जो महंगाई के कारण टूट चुका है उसे 106वें स्थान पर, दुनिया के सामने भीख का कटोरा लिए खड़े पाकिस्तान को 108वें स्थान पर दिखाया गया है और पूरी तरह से दिवालिया हो चुका श्रीलंका 112वें स्थान पर है. भारत खाद्य पदार्थों की दृष्टि से ही नहीं बल्कि विभिन्न अन्य मामलों में दुनिया के उन तमाम मुल्कों से कहीं बेहतर है जो इस रिपोर्ट में भारत से बेहतर स्थिति में दिखाए गए हैं. ऐसे में इस रिपोर्ट के बारे में भी सवाल उठ रहे हैं.

यह पहली बार नहीं कि इस प्रकार की भ्रामक रिपोर्ट प्रकाशित की गई है. हाल ही में ‘वेल्ट हंगर हिल्फे’ नाम की एक जर्मन एजेंसी द्वारा भी भारत को भुखमरी सूचकांक में 121 देशों की तालिका में 107वें स्थान पर रखा गया था. दिलचस्प बात यह थी कि उस सूची में यूक्रेन ही नहीं बल्कि इराक, ईरान, तुर्की, पाकिस्तान, श्रीलंका, म्यांमार, बांग्लादेश, जोर्डन आदि देशों को भी भारत से बेहतर स्थिति में दिखाया है. 

भारत सरकार ही नहीं कई अन्य संस्थाओं और विशेषज्ञों द्वारा इस रिपोर्ट पर सवालिया निशान लगाए गए थे. सच्चाई तो यह है कि भारत इस समय खाद्यान्न और अन्य खाद्य पदार्थों के संदर्भ में दुनिया के अनेक मुल्कों से कहीं आगे है और कई मुल्कों को लाखों टन अनाज भेज चुका है.

Web Title: Bias in the Index of Happiness and Starvation

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