सौरव गांगुली का कॉलम: बेहतर बल्लेबाजी से होगा इंडिया-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज का फैसला
By सौरव गांगुली | Published: December 6, 2018 11:27 AM2018-12-06T11:27:35+5:302018-12-06T11:27:35+5:30
भारत के लिए सीरीज में सफलता के लिए विराट कोहली ही नहीं बल्कि हर किसी का योगदान चाहिए और योगदान का मतलब हुआ ऐसा योगदान जो खेल का रंग बदलकर रख दे।
ऑस्ट्रेलिया में सीरीज कभी भी रोमांचक होती है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दो ऐसे देश हैं जहां के दर्शक काफी समझदार हैं और क्रिकेट बिरादरी के लिए टेस्ट मैच को अहम मानते हैं। लिहाजा सीरीज को लेकर पहले ही हाईप बनने में हैरत नहीं है। एडीलेड ओवल में अभ्यास सत्र के दौरान स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और स्टीव वॉ की मौजूदगी चार टेस्ट मैचों की सीरीज का ऑस्ट्रेलियाइयों के लिए महत्व दिखाती है।
पहले जैसी नहीं है ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग
सीरीज जीतने के लिए दावेदार को लेकर कई तरह की बातें चलीं। मैंने कभी भी ऐसी बातों पर भरोसा नहीं किया, लेकिन मैंने यह भी नहीं माना कि मेजबान टीम घरेलू स्थितियों में कमजोर होती है। पिछले तीस सालों में दुनिया ने कुछ बेहतरीन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को देखा है। कहना होगा कि ऑस्ट्रेलिया का जो एकादश खेलता था वैसा ही बेहतर एक और एकादश उसके पास होता था। उस दौर के साथ तुलना करके कोई यह कह सकता है कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी वैसी नहीं रही जैसी तब थी लेकिन सभी को याद रखना होगा कि जो भी खिलाड़ी भारत के खिलाफ खेलेंगे उन्हें घरेलू हालातों में ही खेलना है। वे इसी वातावरण में जन्मे हैं और भारत तथा इंग्लैंड की परिस्थितियों के मुकाबले कहीं ज्यादा बेहतर खेल स्वदेश दिखा सकते हैं।
इंग्लैंड की तरह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज भी बनाएंगे दबाव
भारत की टीम ने जब गर्मी में इंग्लैंड का दौरा किया था तब इसी तरह की चर्चाएं चली थीं। सैम कर्रन, बटलर, क्रिस वोक्स ने घरेलू हालातों में बेहतरीन प्रदर्शन किया और भारत पर दबाव बनाया। इसी तरह पीटर हैंड्सकॉम्ब, ट्रेविस हेड और शॉन मार्श भी घरेलू परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। लिहाजा ऑस्ट्रेलिया को कमजोर नहीं आंका जा सकता और मुझे विश्वास है कि भारत भी अच्छा प्रदर्शन करेगा। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी ऑक्रमण अभी अच्छा है। विगत कुछ वर्षों में हर अच्छी टीम के पास अच्छे स्पिनर हैं और पैट कमिन्स, जोश हेजलवूड, मिशेल स्टार्क के साथ मुझे लगता है नाथन ल्योन गेंद पुरानी हो जाने के बाद भारत पर दबाव बना सकते हैं।
सीरीज का फैसला बेहतर बल्लेबाजी से होगा
भारत के लिए शुरुआत करने के लिए एडिलेड कोई बुरा स्थान नहीं है। यहां की विकेट सामान्यत: बल्लेबोजों के लिए मददगार है। पिच पर कितनी घास छोड़ी जाएगी इस बारे में मैं आश्वस्त नहीं हूं। पिच पर यदि थोड़ी घास होगी तो वह भारतीयों को बीस विकेट लेने के लिए मददगार ही होगी, लेकिन एक बार फिर मुझे लगता है कि इस सीरीज का फैसला बेहतर बल्लेबाजी से होगा। भारत के लिए सीरीज में सफलता के लिए विराट कोहली ही नहीं बल्कि हर किसी का योगदान चाहिए और जब मैं योगदान की बात कर रहा हूं तो इसका मतलब हुआ ऐसा योगदान जो खेल का रंग बदलकर रख दे।