IPL 2019: क्या है चेन्नई सुपर किंग्स की लगातार सफलता का राज, जानें हर्षा भोगले की राय
By हर्षा भोगले | Published: April 3, 2019 05:56 PM2019-04-03T17:56:16+5:302019-04-03T17:56:16+5:30
आईपीएल के इस सीजन को शुरू हुए अभी महज दस ही दिन हुए हैं और अन्य टीमों ने सीएसके की ओर देखना शुरू कर दिया है कि ये टीम आखिर क्या चीज सही कर है।
आईपीएल के इस सीजन को शुरू हुए अभी महज दस ही दिन हुए हैं और अन्य टीमों ने सीएसके की ओर देखना शुरू कर दिया है कि ये टीम आखिर क्या चीज सही कर है। अगर आप खिलाड़ी दर खिलाड़ी चेन्नई की टीम पर नजर डालें, उनके मौजूदा रिकॉर्ड देखें और उनके करियर को देखें तो पाएंगे कि ये खिलाड़ी और ये टीम ऐसी नहीं है जो अजेय हो या जिसे हराया नहीं जा सके। मगर एलेक्स फर्ग्यूसन की मैनचेस्टर यूनाइटेड की तरह ही धोनी की सीएसके भी कोई न कोई रास्ता तलाश ही लेती है।
मैं पहले भी कहता रहा हूं कि किसी टी20 टीम में एक कप्तान दो खिलाड़ियों के बराबर अहमियत रखता है। मुझे इस बात में भी कोई संदेह नहीं हैं कि धोनी ही वह कारण है जिसकी वजह से चेन्नई की टीम उससे अधिक बेहतर नजर आ रही है, जितनी कि वह वास्तव में है। धोनी की टीम मैदान पर सबसे सहज नजर आती है।
मुझे एक खिलाड़ी ने बताया था कि टीम में हर खिलाड़ी की भूमिका तय है और हर किसी को पता है कि उससे क्या अपेक्षाएं हैं। धोनी खिलाड़ियों पर भरोसा करते हैं, टीम में बहुत अधिक बदलाव नहीं करते क्योंकि इससे असुरक्षा की भावना पैदा होती है। यही वजह है कि उन्हें अपने खिलाड़ियों से मैच विजयी प्रदर्शन हासिल होता है।
रोहित शर्मा भी मुंबई इंडियंस के लिए कप्तानी की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। वह रणनीतिक रूप से बेहतरीन हैं और उनकी इस खासियत की गवाही मुंबई को मिले तीन आईपीएल खिताब भी देते हैं। वह खुद भी अच्छी फॉर्म में हैं, लेकिन उन्हें अपने गेंदबाजों से अधिक बेहतर प्रदर्शन की जरुरत है, खासकर स्पिनरों से। शायद टीम चयन में उन्हें भावनाओं को अलग रखना होगा।
यही वो जगह है जहां सीएसके अन्य टीमों से अलग नजर आती है। अगर टीम संतुलन के लिए किसी अन्य खिलाड़ी की जरुरत होती है तो सीएसके फाफ डु प्लेसिस जैसे दिग्गज खिलाड़ी को भी बाहर कर देती है। नॉकआउट चरण के लिए आखिरी समय की हड़बड़ाहट को दूर रखने के लिए मुंबई इंडियंस को अगले कुछ मैचों में बड़ी जीत दर्ज करने की जरुरत है।