अयाज मेमन का कॉलम: कोरोना का साया, फिर आईपीएल की उत्सुक्ता कायम
By अयाज मेमन | Published: April 4, 2021 01:39 PM2021-04-04T13:39:40+5:302021-04-04T13:40:31+5:30
इस बार दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स की प्रगति पर निगाहें होंगी. श्रेयस अय्यर चोटिल होने के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाप छोड़ने वाले ऋषभ पंत पर सब की निगाहें होंगी.
आईपीएल का अगला सीजन जल्द ही शुरू हो रहा है. कोरोना के साए के बावजूद लीग को लेकर उत्सुक्ता उफान पर है. हालांकि कोरोना के डर के चलते जोश हेजलवुड, मिशेल मार्श और जोश फिलिप ने हटने का निर्णय किया. फिर भी अधिसंख्य विदेश खिलाड़ी अलग-अलग फ्रेंचाइजी टीमों के लिए खेलने वाले हैं. यही बात इसकी लोकप्रियता को प्रमाणित करती है.
वर्ष 2008 के पहले सीजन से यह लीग लगातार लोकप्रिय हो रही है. वहीं, अन्य लीग अस्तित्व के लिए जूझ रही हैं. अर्थात आईपीएल में पैसा अहम पहलू है. अन्य लीग की तुलना में यहां मिलने वाली राशि आठ गुना अधिक होती है. धन के अलावा आईपीएल की तगड़ी फॉलोइंग है. खिलाड़ी यदि करतब दिखाने वाले किरदार हैं तो चहेते उन्हें लोकप्रिय बनाते हैं. जाहिर है मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस अपने खिताबी अभियान को जारी रखना चाहेंगे.
हालांकि अन्य टीमें भी दावेदार होंगी. लीग के जरिए स्पर्धा के जरिए युवा प्रतिभा सामने आ रही है. फिर भी आरसीबी, पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स अब तक खिताब नहीं जीत पाए हैं. इससे यह मायने निकाले जा सकते हैं कि विजेता बनने के लिए केवल टैलेंट ही जरूरी नहीं है. कागज पर सभी टीमें एक-जैसी लगती हैं. लेकिन हार-जीत में मानसिक मजबूती और खिलाडि़यों की बॉडीलैंग्वेज अहम होती है.
इस बार दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स की प्रगति पर निगाहें होंगी. श्रेयस अय्यर चोटिल होने के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छाप छोड़ने वाले ऋषभ पंत पर सब की निगाहें होंगी. यह देखा जाएगा कि कप्तानी का बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग पर क्या असर होता है. ये दोनों बातें सफल रहने पर वह राष्ट्रीय टीम के कप्तान के रूप में दावा पेश कर पाएंगे. कुछ इसी तरह की बातें संजू सैम्सन के साथ भी होंगी. उन्हें स्टीव स्मिथ के स्थान पर राजस्थान रॉयल्स का कप्तान बनाया गया है.
उनकी कप्तानी में अनुभवी जोस बटलर, बेन स्टोक्स जैसे अनुभवी खिलाड़ी खेलने वाले हैं. इन अनुभवी खिलाडि़यों को साथ लेकर सैम्सन को अच्छा प्रदर्शन करना होगा. टीम में क्रिस मौरिस को भी शामिल किया गया है. तकनीकी बातों को गौर करते हुए बीसीसीआई ने कप्तान विराट कोहली का समर्थन करते हुए अंपायर्स सॉफ्ट सिग्नल के विकल्प को रद्द किया है.
सूर्यकुमार यादव को आउट देने के बाद कोहली ने सॉफ्ट सिग्नल पर सवाल उपस्थित किया था. आईसीसी की तकनीकी समिति ने पिछले गुरुवार की बैठक में अंपायर्स कॉल को कायम रखा है. पगबाधा पर फैसला सुनाते हुए 50 फीसद गेंद विकेट पर होना जरूरी है. अब इसके लिए बेल्स का ऊपरी हिस्सा योग्य में रखा जाएगा. पहले बेल्स के निचले हिस्स को ही योग्य माना जाता था. इससे गेंदबाज को अपने पक्ष में फैसला करने के लिए अतिरिक्ति 1.38 इंच अंतर मिलेगा.