लाइव न्यूज़ :

ब्लॉग: कोविड महामारी के बाद तेजी से पटरी पर लौट रही अर्थव्यवस्था, पहली तिमाही के जीडीपी आंकड़े ने दे दिए संकेत

By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Updated: September 2, 2022 13:14 IST

हाल के वर्षों में भारत गरीबी और बेरोजगारी से संबंधित मुद्दों के बावजूद विश्व में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में उभरा है.

Open in App

एशिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति भारत की अर्थव्यवस्था में एक साल में सबसे तेज वृद्धि दर्ज की गई है. देश में पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 13.5 प्रतिशत बढ़ा है जो पिछली तिमाही में 4.1 प्रतिशत था. भारतीय अर्थव्यवस्था में यह बेहतरीन बढ़ोत्तरी ऐसे समय में दर्ज की गई है, जब दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं संकट के दौर से गुजर रही हैं और कई देशों में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की जा रही है. 

अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में जहां नरमी के संकेत हैं वहीं उनकी तुलना में भारत की वृद्धि दर का बेहतर होना बड़ी राहत की बात है. भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका तो वित्तीय तबाही का सामना कर रहे हैं. कहना गलत न होगा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अब तेजी से पटरी पर आती दिख रही है और आर्थिक विकास में बढ़ोत्तरी के संकेत भी मिल रहे हैं. 

दरअसल, वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में कोविड लॉकडाउन के चलते अर्थव्यवस्था में 23.8 फीसदी की गिरावट आई थी. माना जा रहा है कि घरेलू मांग में तेजी के चलते जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़ा है. इस तिमाही में निवेश और खपत में तेजी देखी गई है. हालांकि यह तेजी आरबीआई के 16.2 फीसदी के अनुमान से कम है. 

कई विश्लेषकों ने तुलनात्मक आधार को देखते हुए देश की आर्थिक वृद्धि दर दहाई अंक में रहने का अनुमान जताया था. जीडीपी से आशय एक निश्चित अवधि (तिमाही या वित्त वर्ष) में देश की सीमा के भीतर उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य से है. यानी यह बताता है कि निश्चित अवधि में देश में कितने मूल्य का आर्थिक उत्पादन हुआ है. बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्त-वर्ष 2024-25 तक भारत को 5 लाख करोड़ डॉलर (5 ट्रिलियन डॉलर) की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है, हालांकि कोरोना संकट की वजह से इसमें रुकावट आ गई थी. 

फिलहाल भारत की अर्थव्यवस्था का आकार 2.9 ट्रिलियन डॉलर के आसपास का है. पर अब भारत साल 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने समूचे पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत कर रहा है. इस बढ़ोत्तरी का कारण है पहली तिमाही में खपत का बढ़ना. खपत बढ़ने से संकेत मिलता है कि खासकर सेवा क्षेत्र में घरेलू मांग पटरी पर आ रही है. 

महामारी के असर के कारण दो साल तक विभिन्न पाबंदियों के बाद अब लोग खर्च के लिए बाहर आ रहे हैं. सेवा क्षेत्र में तेजी देखी जा रही है और आने वाले महीनों में त्यौहारों के दौरान इसे और गति मिलने की उम्मीद है. हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक विनिर्माण क्षेत्र की धीमी वृद्धि दर और निर्यात के मुकाबले आयात का अधिक होना भी चिंताजनक है. 

राहत की बात है कि जीडीपी आंकड़ा बेहतर होने से अब रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति को काबू में लाने पर ध्यान दे सकेगा. इससे वैश्विक निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा और देश में निवेश आकर्षित करने में मदद मिल सकती है. इस बीच आर्थिक गतिविधियों पर नजर रखने वाली संस्था ‘सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी’ ने बेरोजगारी दर में कमी आने का भी दावा किया है. 

हाल के वर्षों में भारत गरीबी और बेरोजगारी से संबंधित मुद्दों के बावजूद विश्व में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में उभरा है. अनुमान लगाया जा रहा है कि भारतीय अर्थव्यस्था अगले दो दशकों में तेजी से आगे बढ़ती रहेगी और भारत अगले 20 साल में दुनिया की टॉप-3 इकोनॉमी में शामिल होगा. 

टॅग्स :सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)नरेंद्र मोदीइकॉनोमीकोरोना वायरस
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजब वंदे मातरम् के 100 वर्ष हुए, तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था?, पीएम मोदी ने कहा-संविधान का गला घोंट दिया गया था, वीडियो

भारत‘अंग्रेजों ने बांटो और राज करो का रास्ता चुना’, लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा-आजादी की लड़ाई, मातृभूमि को मुक्त कराने की जंग थी, वीडियो

भारतवंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और हम सभी ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं, लोकसभा में पीएम मोदी, वीडियो

भारतबिहार विधानसभा चुनावः 243 में से 202 सीट पर जीत, सभी 30 NDA सांसदों से मिलेंगे पीएम मोदी, राजनीतिक दिशा, विकास रणनीति और केंद्र-राज्य समन्वय पर चर्चा

भारतPutin India Visit: ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे...!

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारGold Rate Today: महंगा हुआ सोना, जानें 8 दिसंबर 2025 को दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में सोने की कीमत

कारोबारविधानसभा में 75,286 करोड़ रुपये की अनुपूरक मांगें पेश, वित्त मंत्री अजित पवार ने कहा-किसान राहत, सब्सिडी और सामाजिक कल्याण योजनाओं पर होंगे खर्च

कारोबारझारखंड 2026ः वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने 7,721.25 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया

कारोबारनवंबर 2025 में बैंक आवास ऋण 9 लाख करोड़ रुपये के पार, एसबीआई की उम्मीद-चालू वित्त वर्ष में कुल ऋण वृद्धि 14 प्रतिशत रहेगी

कारोबारगोल्ड में पैसा लगाओ और मालामाल हो जाओ?, सोने की चमक बरकरार, 67 प्रतिशत का रिटर्न, 2026 में सोने की कीमत 5 से 16 प्रतिशत प्रति 10 ग्राम और चढ़ सकती?