ब्लॉग: सेंसेक्स की छलांग के साथ बढ़ रही देश की आर्थिक अहमियत
By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Updated: June 24, 2024 11:08 IST2024-06-24T11:03:43+5:302024-06-24T11:08:11+5:30
18 जून को वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के विकास दर अनुमान को 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है और 20 जून को बीएसई सेंसेक्स 77479 अंकों की सर्वकालिक नई ऊंचाई पर बंद हुआ।

फाइल फोटो
जयंतीलाल भंडारी का ब्लॉग: इन दिनों प्रकाशित हो रही दुनिया की प्रमुख क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों और आर्थिक संगठनों की रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई गठबंधन सरकार के द्वारा आर्थिक नीतियों, आर्थिक सुधारों और विकास की डगर पर तेजी से आगे बढ़ने के रणनीतिक कदमों से भारत की विकास दर में वृद्धि, शेयर बाजार की नई ऊंचाई तथा वैश्विक परिदृश्य पर भारत की आर्थिक अहमियत बढ़ते हुए दिखाई दे रही है।
हाल ही में 18 जून को वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के विकास दर अनुमान को 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है और 20 जून को बीएसई सेंसेक्स 77479 अंकों की सर्वकालिक नई ऊंचाई पर बंद हुआ और अब कुछ घट-बढ़ के साथ शेयर बाजार की अच्छी संभावनाएं बनी हुई हैं, वहीं दूसरी ओर पिछले दिनों 13 से 15 जून के बीच इटली में आयोजित जी-7 के शिखर सम्मेलन में विशेष रूप से आमंत्रित भारत की प्रभावी अहमियत दिखाई दी है और यूरोपीय देशों ने भारत को प्राथमिकता दिए जाने के संकेत दिए हैं।
गौरतलब है कि क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी भारत के शेयर बाजार और भारत की विकास दर के बढ़ने के नए अनुमान प्रस्तुत किए हैं। कहा गया है कि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि नीतिगत सुधार जारी रहेंगे। इससे अगले पांच वर्षों के दौरान विकास और इक्विटी रिटर्न प्रभावित होगा। मूडीज ने अगले एक वर्ष में भारतीय शेयर बाजारों का प्रदर्शन सकारात्मक रहने का अनुमान जताया है और कहा है कि अगले 12 महीनों के दौरान बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 82 हजार के स्तर के पार जा सकता है। इन सबके साथ-साथ रिपोर्ट में आने वाले दिनों में और अधिक संरचनात्मक सुधारों की उम्मीद की गई है। कहा गया है कि दुनिया में अगला दशक भारत का होगा।
वैश्विक वृद्धि में भारत की भागीदारी करीब 20 प्रतिशत होगी। दुनियाभर में भारत की सेवाओं और वस्तुओं की बढ़ती मांग से इसमें मदद मिलेगी। इससे भारत में मैन्युफैक्चरिंग में वृद्धि होगी। साथ ही देश के उन्नत डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा मिलेगा।
हम उम्मीद करें कि प्रधानमंत्री मोदी महंगाई नियंत्रण और रोजगार वृद्धि को अधिक प्राथमिकता देते हुए एक ऐसी मजबूत सरकार को आगे बढ़ाते हुए दिखाई देंगे जो गरीब कल्याण व सामाजिक न्याय के ऊंचे प्रतिमानों से आम आदमी की मुस्कुराहट बढ़ा सकेगी। हम उम्मीद करें कि मोदी दृढ़तापूर्वक रणनीतिक प्रशासनिक निर्णय लेते हुए उन्हें कार्यान्वित करने वाली ऐसी क्षमतावान सरकार को आगे बढ़ाएंगे जो भारत को 2027 में दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बनाने की डगर पर तेजी से आगे बढ़ा सकेगी।