बिहार में पढ़ाई ठीक ढंग से हो, नियोजित शिक्षकों को परमानेंट करेंगे नीतीश कुमार
By एस पी सिन्हा | Published: November 2, 2023 06:39 PM2023-11-02T18:39:26+5:302023-11-02T18:43:01+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया कि बिहार के सभी नियोजित शिक्षकों को एक सामान्य परीक्षा लेकर सरकारी राज्यकर्मी का दर्जा दे दिया जाएगा। उन्होंने मंच से ही शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक को खाली पदों पर दो महीने के भीतर भर्ती करने का निर्देश दिया है और कहा कि राज्य के सभी नियोजित शिक्षकों को सरकारी कर देंगे।
पटना: पटना के गांधी मैदान में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया कि बिहार के सभी नियोजित शिक्षकों को एक सामान्य परीक्षा लेकर सरकारी राज्यकर्मी का दर्जा दे दिया जाएगा। उन्होंने मंच से ही शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक को खाली पदों पर दो महीने के भीतर भर्ती करने का निर्देश दिया है और कहा कि राज्य के सभी नियोजित शिक्षकों को सरकारी कर देंगे।
नीतीश ने कहा कि हम नियोजित शिक्षकों के लिए एक मामूली परीक्षा का आयोजन करेंगे और उसके बाद उनको भी परमानेंट करते हुए सरकारी शिक्षक बनाएंगे। ये हम लोगों की इच्छा है हालांकि नियोजित शिक्षकों को सरकार पैसा तो दे ही रही है, ऐसा थोड़े है कि उनको पैसा नहीं दे रहे हैं लेकिन उन लोगों को भी सरकारी बना देंगे तो बिहार में पढ़ाई ठीक ढंग से होने लगेगी। उन्होंने कहा कि सरकार अभी 1 लाख 20 हजार शिक्षकों की बहाली और करना चाहती है।
मुख्यमंत्री ने मंच से ही केके पाठक से कहा कि वे चाहते हैं कि अगला दो महीने के भीतर जो बचा हुआ है एक लाख बीस हजार उसको भी शुरू करवा दीजिए ताकि इनका भी बहाली तेजी से हो जाए।इस दौरान उन्होंने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से भी कहा कि दो ही महीना में सबका करवा दीजिए। सीएम ने कहा कि बहुत तेजी से सभी नियोजित शिक्षकों को भी स्थाई कर दिया जाएगा।
बता दें कि बिहार सरकार ने नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए जो नियमावली बनाई है उसके मुताबिक नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए सरकार तीन मौके देगी। राज्य के नियोजित शिक्षकों को बिहार विद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा को पास करना होगा।
अधिकतम तीन मौकों में नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद ही विशिष्ट शिक्षक का दर्जा मिल सकेगा हालांकि इस नियमावली को कैबिनेट से स्वीकृति मिलने से पहले मुख्यमंत्री ने बड़ा एलान कर दिया और कहा है कि एक मामूली परीक्षा आयोजित कर सरकार सभी नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दे देगी।