Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस अपने भतीजे सांसद चिराग पासवान के साथ किसी भी कीमत पर समझौते के मूड में दिखाई नही दे रहे हैं। शायद यही कारण है कि उन्होंने हाजीपुर से चुनाव लड़ने की घोषणा घोषणा कर दी। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि दुनिया की कोई ताकत उन्हें हाजीपुर से चुनाव लड़ने से नहीं रोक सकती।
पारस ने कहा कि वे एनडीए की तरफ से में ही चुनाव लड़ेंगे। चिराग के पैर छुने और आशीर्वाद देने पर उन्होंने कहा कि देश और बिहार के लोगों को गलतफहमी हुई। 18 को चिराग एनडीए की बैठक में आए थे और इस दौरान उन्होंने मेरे पैर छुए, साथ ही आशीर्वाद मांगा। हम उन्हें आशीर्वाद भी दिए। लेकिन इसे लोगों ने गलत समझ लिया।
पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में पशुपति कुमार पारस ने कहा कि चिराग पासवान हमेशा लालू यादव और तेजस्वी यादव की तारीफ करते रहते हैं। चिराग ने एनडीए की बैठक में मेरे पैर छुए वो अलग बात है, लेकिन राजनीति अलग चीज है। हमारे दल मिल सकते हैं, लेकिन दिल कभी नहीं मिलेंगे। समय बलवान होता है।
मुझे पूरा विश्वास है कि भाजपा के बड़े नेताओं की जो सहानभूति मेरे साथ है, वह किसी और के साथ नहीं है। पारस ने कहा कि चिराग का दल अलग है, मेरा अलग है। हमलोग एनडीए गठबंधन के साथ हैं। उन्होंने चिराग पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग ने जदयू के साथ ही भाजपा के खिलाफ अपना उम्मीदवार दिया था।
उस वक्त पार्टी एक थी। लेकिन हम उस वक्त कुछ बोल नहीं पाए क्योंकि चिराग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। उन्होंने कहा कि इसके बाद एक उम्मीदवार उस वक्त जीता था। फिर वो विधायक भी जदयू में चला गया। इसके बाद से हमारी लड़ाई हुई। अब 2 साल के बाद फिर से वो एनडीए के साथ आ गया है।
उन्होंने कहा कि हम एनडीए के विश्वासी हैं। हमारे 5 सांसद हैं, लेकिन कहीं कोई टूट नहीं हैं। हम भाजपा के ईमानदार सहयोगी हैं। वही, उन्होंने कहा कि हाजीपुर पर अगर चिराग दावा कर रहे हैं तो मैं भी कह रहा हूं कि वो मेरे भाई की कर्मभूमि है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह से जितना मेरा बढ़िया संबंध है, उतना दूसरे का नहीं है। पारस ने यह भी बताया कि नित्यानंद राय ने चिराग पासवान से सुलह करने की सलाह देते हुए कहा था कि आप चाचा-भतीजा मिल जाइए, लेकिन मैंने मना कर दिया।