लाइव न्यूज़ :

ग्रामीण चिकित्सकों ने लगाई गुहार, स्वास्थ्य मित्र के रूप में नियुक्ति कब होगी बताओ नीतीश सरकार

By एस पी सिन्हा | Updated: November 3, 2023 18:16 IST

बिहार के स्वास्थ्य मित्रों(ग्रामीण चिकित्सकों) ने आज राज्य की सत्ताधारी राजद और जदयू के कार्यालय को घेराव किया। स्वास्थ्य मित्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए शीघ्र नियुक्ति करने की मांग कर रहे हैं।

Open in App
ठळक मुद्दे2014 में नीतीश कुमार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में यह बात कही थी कि सभी ग्रामीण चिकित्सकों को स्वास्थ्य मित्र बनाया जाएगाजिसके बाद 2016 में परीक्षा ली गई,लेकिन, स्वास्थ्य मित्र के रूप में नियुक्ति नहीं कराई गईग्रामीण चिकित्सकों ने दी चेतावनी, लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में अंजाम भुगतना पड़ेगा नौकरी की मांग को लेकर ग्रामीण चिकित्सकों ने किया राजद और जदयू कार्यालय का घेराव

पटना: बिहार के स्वास्थ्य मित्रों(ग्रामीण चिकित्सकों) ने आज राज्य की सत्ताधारी राजद और जदयू के कार्यालय को घेराव किया। जिसकी वजह से राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को कार्यालय जाने के लिए पैदल यात्रा करना पडा। स्वास्थ्य मित्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए शीघ्र नियुक्ति करने की मांग कर रहे हैं। दरअसल, सभी लोग पिछले सात साल से स्वास्थ्य मित्र में नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य मित्रों का सब्र आखिरकार जवाब दे दिया और शुक्रवार को हजारों की संख्या में ग्रामीण चिकित्सक राजद कार्यालय का घेराव करने के लिए पहुंच गए।

नीतीश सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे ग्रामीण चिकित्सकों की मांग थी कि जब तक बिहार के स्वास्थ्य मंत्री खुद आकर हमें लिखित रुप से जल्द नियुक्ति का भरोसा नहीं देते हैं, तब तक यह घेराव जारी रहेगा। राजद कार्यालय पहुंचने वालों ग्रामीण चिकित्सकों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। राजद कार्यालय के पास जुटे ग्रामीण चिकित्सकों ने बताया कि 2014 में नीतीश कुमार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में यह बात कही थी कि सभी ग्रामीण चिकित्सकों को स्वास्थ्य मित्र बनाया जाएगा।

उन्होंने कहा था ग्रामीण चिकित्सकों के कारण ही गांवों में होने वाली कई बीमारियों का इलाज संभव हो पाता है। जिसके बाद 2016 में परीक्षा ली गई, जिसमें 21 हजार के करीब स्वास्थ्य मित्र बनाने के लिए एनआईओएस से एक वर्षीय प्रशिक्षण भी राज्य के विभिन्न जिले के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर दिलाया गया। यह सभी ग्रामीण चिकित्सक लिखित एवं प्रायोगिक परीक्षा में भी पास हो गए हैं।

लेकिन, स्वास्थ्य मित्र के रूप में नियुक्ति नहीं कराई गई। अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। अपना आक्रोश जताते हुए ग्रामीण चिकित्सकों ने कहा कि हम लोग बहुत भटक चुके हैं, लेकिन अब आर-पार की लड़ाई होगी।अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं सुनी तो आने वाले 2024 और 25 में सरकार को इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। विरोध कर रहे चिकित्सकों का कहना है कि बिहार में एक तरफ सरकार एक लाख शिक्षकों की नियुक्ति कर रही है। वहीं दूसरी तरफ हम ग्रामीण चिकित्सकों को ट्रेनिंग देने के बाद भी अब तक नियुक्ति नहीं दी जा रही है।

टॅग्स :बिहारनीतीश कुमारआरजेडीजेडीयूकांग्रेस
Open in App

संबंधित खबरें

भारतलोकसभा, विधानसभा के बाद स्थानीय निकाय चुनावों के बीच नेताओं की आवाजाही?, राजनीति की नई शक्ल बनता दलबदल

कारोबारविपक्ष फ्रस्ट्रेशन में हैं, कुछ भी बयान देते हैं, सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा-जनता ने कांग्रेस की नीतियों को पूरी तरह से नकार दिया

भारतनीतीश सरकार के 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना के कारण केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम सूर्य घर योजना पर पड़ा बुरा असर

भारतबिहार हिजाब विवादः 20 दिसंबर को डॉ नुसरत प्रवीण ज्वाइन करेंगी सरकारी नौकरी, सीएम नीतीश कुमार के समर्थन में उतरे NDA नेता, देखिए किसने क्या कहा

कारोबारविधानसभा चुनाव में महिला को 10000 रुपये?,  मुफ़्त बिजली, महिलाओं को 2-2 लाख की मदद और लोकलुभावन वादों ने नीतीश सरकार की तोड़ी कमर?

बिहार अधिक खबरें

बिहारबिहार: गृहमंत्री सम्राट चौधरी के चेतावनी के बावजूद अपराधियों का हौसला नहीं हो रहा है पस्त, अब डालने लगे हैं मंदिर में भी डाका

बिहारBihar Assembly elections 2025: पहले चरण के रिकॉर्ड तोड़ मतदान से गदगद दिखे राजनाथ सिंह, कहा- 'दो तिहाई बहुमत एनडीए को हासिल हो सकती है'

बिहारBihar Assembly Elections 2025: उपेंद्र कुशवाहा का दावा, कहा- "NDA जीत सकती है बिहार चुनाव लेकिन..."

बिहारबिहार में अब विधायकों, सांसदों, मंत्रियों के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की जांच होगी निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी

बिहारनमामि गंगे प्रोजेक्ट के अधूरा रहने के कारण बिहार में गंगा नदी में अब भी गिराया जा रहा है गंदा पानी