Bihar Politics News: बिहार में भाजपा एक ओर जहां कैलाशपति मिश्र की 100वीं जयंती मनाने में जुटी है, वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी गुरुवार को अपनी ही पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठा दिया है। उन्होंने खुलकर कहा कि भाजपा बिहार में कैलाशपति मिश्र की विचारधारा से भटक गई है।
कैलाशपति मिश्र के सिद्धांतों से भटकने का ही परिणाम है आज बिहार में भाजपा की सरकार नहीं है। उन्होंने यह सब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में कहकर एक बार सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया। साथ ही रूडी ने इस दौरान भाजपा को जाति की रजनीति करने को लेकर भी नसीहत दे डाली।
दरअसल, बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जब मंच पर नड्डा सहित कई अन्य नेताओं की उपस्थिति थी तो उसी दौरान राजीव प्रताप रूडी ने अपनी बातें रखी। इस दौरान उन्होंने कैलाशपति मिश्र द्वारा बिहार में भाजपा के विस्तार और सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों का स्मरण किया।
इस दौरान राजीव प्रताप रूडी यह कहने से भी नहीं चूके कि मौजूदा समय में बिहार में भाजपा कैलाशपति मिश्रा की विचारधारा से भटक गई है। उन्होंने कहा कि अगर हम कैलाशपति मिश्र के सिद्धांतों पर चलते तो आज बिहार में भाजपा की सरकार होती।
इस दौरान उन्होंने राजनीति में जातीय राजनीति की बढ़ती स्वीकार्यता और बिहार में हुई जातीय गणना तथा उसके बाद हर राजनीतिक दल द्वारा इसका क्रेडिट लेने की होड़ पर भी बड़ी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि कैलाशपाति मिश्र ने कभी भी बिहार में भाजपा के भीतर जाति की राजनीति नहीं होने दी।
रूडी ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य हमेशा ही राष्ट्रवाद और विकास रहा है। वहीं मौजूदा समय में भाजपा भी जाति की राजनीति की ओर आगे बढ़ रही है। उन्होंने इसे लेकर अपनी चिंताएं जताई। उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष फरवरी में भी राजीव प्रताप रुड़ी ने इसी तरह की एक टिप्पणी की थी।
तब फरवरी 2023 में दरभंगा में अपना दर्द बयां करते हुए उन्होंने संकेत दिया था कि वे पार्टी में पूरी तरह अलग थलग हो चुके हैं। उन्होंने कहा था कि 28 और 29 जनवरी 2023 को भाजपा कार्यसमिति की बैठक थी। भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते वो भी उस कार्यक्रम में पहुंचे थे, लेकिन उन्हें मंच पर नहीं बुलाया गया।