पटनाः रामचरितमानस को विवादित बयान देने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने एक बार फिर से विवादित बयान देकर सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार उन्होंने श्रीरामचरितमानस को लेकर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन जन्माष्टमी के मौके पर नालंदा जिले में आयोजित मंच से इस्लाम के संस्थापक मोहम्मद साहब की तारीफ में खूब कसीदे गढ़े।
चंद्रशेखर ने मोहम्मद साहब को मर्यादा पुरुषोत्तम बताते हुए कहा कि ईश्वर ने बुराई को खत्म करने के लिए उन्हें धरती पर भेजा। दरअसल, हिलसा प्रखंड के बाबा अभयनाथ धाम में कृष्ण चेतना समिति द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी समारोह का भव्य आयोजन किया गया था।
समारोह का उद्घाटन शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर, कला संस्कृति एवं युवा मंत्री जितेंद्र राय, श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री मो इसराइल मंसूरी और राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने मंच से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जब दुनिया में शैतानियत बढ़ गई, ईमान खत्म हो गया, बेईमान और शैतान ज्यादा हो गया तो मध्य एशिया के इलाके में ईश्वर ने ईमान लाने के लिए एक शानदार पुरुषार्थ, मर्यादा पुरुषोत्तम मोहम्मद साहब को पैदा किया।
इस्लाम आया ईमान वालों के लिए, इस्लाम आया बेईमानी, शैतानी के खिलाफ। मगर बेईमानी करने वाले अपने आप को मुसलमान कहते हैं तो इसकी इजाजत खुदा नहीं देता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों ने कुछ नहीं दिया, आने वाले समय में दिल्ली वालों से होशियार रहिएगा।
उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर व्यवसाय करने वाले लोग इस देश के युवा को ठग रहें हैं। भगवान के नाम पर व्यवसाय करने और दुकान चलाने वालों से होशियार रहिएगा। बता दें कि बिहार की सरकार में राजद कोटे से शिक्षा मंत्री बने प्रो. चंद्रशेखर अपने बयानों के कारण आए दिन मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं।
सड़क से लेकर सदन तक उन्होंने हिंदू धर्म के धर्मग्रंथ श्रीरामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया और रामचरितमानस को समाज को बांटने वाला बताया था। हालांकि इस बयान के कारण नीतीश सरकार की हुई फजीहत के बाद चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर बोलना बंद किया। अब जब देशभर में सनातन धर्म को लेकर विपक्ष के नेताओं द्वारा विवादित बयान दिए जा रहे हैं तो चंद्रशेखर ने मोहम्मद साहब को मर्यादा पुरुषोत्तम बताकर नया विवाद छेड़ दिया है।