Bihar Politics News: लोजपा(रामविलास) प्रमुख व सांसद चिराग पासवान ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि जाति विशेष को अपनी जायदाद समझने की सोच लंबे समय से एक परिवार की रही है। उन्होंने कहा कि जिस यादव जाति को वो अपनी जायदाद समझते हैं, उनके लिए उन्होंने क्या किया यह बड़ा सवाल है।
यदि यादव समाज का विश्वास दूसरे गठबंधन या पार्टी में होता है तो एतराज किस बात की है। पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि जो समाज बंधुआ मजदूर की तरह इनके साथ जुड़ा हुआ था वो अब इनसे दूर जा रहा है। इसी बात की चिंता राजद को हो गई है। लोकतंत्र में कोई बंधुआ मजदूर बनकर नहीं रह सकता।
जात-पात और धर्म से ऊपर होकर मताधिकार का प्रयोग लोगों को करना चाहिए। चिराग ने कहा कि राजद प्रमुख लालू यादव खुद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जमुई में दारोगा की हत्या पर कहा कि पूरे प्रदेश में अवैध बालू खनन को लेकर एक गोरखधंधा बिहार सरकार के संरक्षण में पनप रहा है।
बिहार के हरेक जिले में अवैध तरीके से बालू खनन हो रहा है। जो लोग इसे रोकने का प्रयास करते हैं तो उनकी हत्या कर दी जाती है। जमुई में पिछले दिनों एक पुल भी गिरा था जिसे देखने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गये थे। पुल गिरने के पीछे का कारण बालू खनन ही था। यदि पीलर के आसपास के बालू को इस तरह से नहीं निकाला जाता तो पुल नहीं गिरता।
दारोगा की हत्या खुल्लेआम दिनदहाड़े कर दी गयी है। बिहार में अपराधी कितने बेखौफ है यह देखने को मिल रहा है। अपराधी बालू का खनन कर रहे हैं इनको सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। नीतीश सरकार की चुप्पी इसी बात को लेकर है। वही शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान पर पलटवार करते हुए चिराग ने कहा कि ऐसे लोगों पर जवाब देने का कोई मतलब नहीं है।
फालतू की बाते करवाने के लिए इनको सरकार ने अपने साथ रखा है। मंत्री जी के परिवार में इस तरीके से कोई घटना होती तो तब भी कहते कि इस तरह की घटनाएं होती रहती है। इनको क्या दोष दें जब इनके मुखिया ही अमर्यादित बयान देते रहते हैं। नीतीश कुमार का पतन उनका बयान ही बनेगा।
मुख्यमंत्री के मीडिया से किनारा किये जाने पर कहा कि पहले मर्यादित भाषा का प्रयोग करते थे पता नहीं अब उनको क्या हो गया। वे जितना कम बोले उतना ही अच्छा है। इनकी बॉडी लॉग्वेज भी ठीक नहीं है। चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार के हालात को लेकर हम सब को भी उनकी चिंता है। यदि इलाज की जरूरत हो तो जरूर करानी चाहिए।
जिस तरह से बिहार की विधानसभा में अश्लील शब्दों का इस्तेमाल किया गया या मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया, शायद यही कारण है कि अब नीतीश कुमार पत्रकारों को देखते ही हाथ जोड़ लेते हैं। उनके आस-पास के लोगों को चिंता होनी चाहिए, क्योंकि कुछ न कुछ तो गलत हो रहा है। मेरी चिंता मेरे प्रदेश के लिए भी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा विशेष राज्य की दर्जा की मांग करने पर भाजपा ने कसा तंज, कहा-पहले अपना इलाज कराएं
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा आज एकबार फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाए जाने के बाद सियासत गर्माने लगी है। मुख्यमंत्री के इस ऐलान पर भाजपा ने तंज किया है। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि नीतीश कुमार पहले अपना इलाज कराएं तब बिहार की चिंता करें।
सम्राट चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाथ जोड़कर केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की अपील की है। लेकिन मैं उनका पैर पकड़कर कहता हूं कि पहले वे स्वस्थ हो जाएं। नीतीश कुमार बिहार को पिछले 18 वर्षों से चला रहे हैं। उनके बड़े भाई लालू प्रसाद 15 साल पहले से राज कर रहे हैं।
33 वर्षों में दोनों भाइयों ने बिहार के साथ जो पाप किया है जनता इसका हिसाब करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से पैर पकड़कर आग्रह है कि वे पहले अपने स्वास्थ्य की चिंता करें और अपने स्वास्थ्य को ठीक करें। सम्राट ने कहा कि बिहार की जनता को विशेष राज्य से अधिक उनके स्वास्थ्य की चिंता है और जनता की यही आकांक्षा है कि नीतीश कुमार स्वस्थ रहें।
बता दें कि पटना में उद्यमी योजना की पहली किश्त जारी करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी वर्षों पुरानी मांग को एक बार फिर उठाया और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अभियान चलाने की बात कही है।
भाजपा सांसद रामकृपाल यादव ने नीतीश पर कसा तंज, कहा- दीये का तेल जब खत्म होने लगता है तो अधिक फड़फड़ाने लगता है
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अभियान चलाने का ऐलान किए जाने पर पाटलिपुत्र से भाजपा सांसद रामकृपाल यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कांग्रेस के साथ हैं, कांग्रेस ने ही विशेष राज्य के दर्जे के कानून पर रोक लगा दिया था।
लेकिन अब नीतीश कुमार का जाने का वक्त हो चुका है तो घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि दीये का तेल जब खत्म होने लगता है तो अधिक फड़फड़ाने लगता है। वही हाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार अगर बिहार का सहयोग नहीं करे तो नीतीश सरकार अपने कर्मियों को वेतन नहीं दे सकते हैं।
बिहार में जो भी विकास कार्य हो रहा है, वह केन्द्र की राशि से हो रहा है। नीतीश कुमार अगर आंदोलन पर बैठेंगे तो जनता की तो छोड़िए, कार्यकर्ता भी नहीं आएंगे। नीतीश कुमार पर बरसते हुए रामकृपाल यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जनता को सिर्फ मूर्ख बनाने का काम किया है। मुख्यमंत्री रहते हुए भी बिहार का विकास नहीं कर पाए तो उसके दोषी नीतीश कुमार ही हैं।
शिक्षकों की पोस्टिंग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लगाया पैसे का खेल होने का आरोप
बीपीएससी से चयनित 1 लाख 20 शिक्षकों की पोस्टिंग शुरू हो गई है। रैंडमाइजेशन के आधार पर अभी तक 16 जिलों में अध्यापकों का पदस्थापन कर दिया गया है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों का आवंटन भी कर दिया है। अब इन नए बहाल शिक्षकों को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि बिहार में शिक्षकों की पोस्टिंग में बड़े पैमाने पर धांधली हो रही है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि शिक्षक नियुक्ति में तो धांधली कर ली अब पोस्टिंग में भी घोटाला शुरू हो गया है। “मोटा माल” लेकर बाहर राज्यों के शिक्षकों की पदास्थापना शहरों में कर बिहारी शिक्षको को गांवो मे भेजा जा रहा है। पैसे में बहुत शक्ति होती है भाई।
पता नहीं सरकार में शामिल चाचा-भतीजा अनाज खातें हैं या नोट। बता दें कि बीपीएससी के तरफ से बहाल हुए शिक्षकों को 20 नवंबर से योगदान देने को कहा गया है। लिहाजा कई जिलों में विद्यालय आवंटित कर दिया गया है।