Bihar Police lathi charge: बिहार की राजधानी पटना में भाजपा नेताओं पर लाठीचार्ज के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने नीतीश और तेजस्वी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
सम्राट ने कहा कि मैं सीधा आरोप लगा रहा हूं, आज हमारे कार्यकर्ता की हत्या की गई है। अभी पोस्टमार्टम कहां हुआ है, अभी होगा तब पता चलेगा। भाजपा के कार्यकर्ता की नीतीश कुमार ने हत्या की है। पार्टी इसकी निंदा करती है। जब से ममता दीदी के संरक्षण में आए हैं, तब से ये हो रहा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऐलान किया कि भाजपा शुक्रवार को काला दिवस मनाएगी और 15 जुलाई को पूरे राज्य में प्रदर्शन करेगी। पूरे बिहार में पूतला दहन किया जाएगा। साथ ही भाजपा ने शनिवार को सभी जिला मुख्यालयों और मंडलों में धरना देने का काम करेगी।
उन्होंने कहा कि यह आज जंगलराज रिटर्न था। जंगलराज की उत्पत्ति लालू यादव ने की थी, आज नीतीश कुमार और तेजस्वी ने जंगलराज रिटर्न किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता गुंडाराज भुगत रही है। कार्यकर्ताओं पर लाठी बरसाना सरेआम गुंडागर्दी है। आज लोकतंत्र की हत्या हुई है।
इसके साथ ही सम्राट चौधरी ने कहा कि वह विजय कुमार सिंह के पीड़ित परिवार को भाजपा 10 लाख रुपए का मुआवजा देगी और भजपा ने पूरे परिवार को गोद ले लिया है। उन्होंने भाजपा नेता की मौत के लिए राज्य सरकार को दोषी बताया है। उन्होंने कहा कि बिहार में आज जंगल राज दिखने को मिला है।
नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के कारण हमारे पार्टी के नेता विजय सिंह की हत्या हुई है, पूरे बिहार के हजार कार्यकर्ता घायल हुए हैं। मीना झा को हेड इंजुरी हुई है। जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, जो सांसद हैं, वाई प्लस केटेगरी की सुरक्षा में हैं, उनको पुलिस ने पीटा। वह हॉस्पिटल में भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के बिहार आते ही भाजपा के नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल उनसे मिलेगा।
सदन में भी हम मुद्दे को उठाएंगे। वहीं सम्राट चौधरी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से ममता बनर्जी बिहार से गई है। तब से बिहार की हालत भी बंगाल के जैसा हो गया है। नीतीश कुमार भी ममता बनर्जी के रास्ते पर चल रहे हैं। बिहार विधानसभा मार्च कर रहे बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
पुलिस पिटाई में कई नेता और कार्यकर्ता घायल हो गए। सरकार से जवाब मांगेंगे कि आपने लाठी क्यों चलाई? हम तो शांतिपूर्ण मार्च कर रहे थे, जिसकी सूचना हमने एक हफ्ते पहले दी थी और रास्ता भी बताया था। तब भी हमारे ऊपर लाठीचार्ज किया गया। हमारे जो वीर साथी शहीद हुए हैं। इस अपराध के खिलाफ हम शनिवार को पूरे प्रदेश में धरना देंगे।
सम्राट चौधरी ने कहा कि शिक्षक संघ को तो हमने बुलाया ही नहीं। वो स्वतंत्र हैं। हमने बस दस लाख नौकरी देने वाले मुद्दे को उठाया था। एक व्यक्ति को नौकरी नहीं दिया गया है। वहीं नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि हमारी आवाज अब नहीं रुकेगी। आज जिस तरह से सदन के बाहर लाठी बरसाई गई है, अब बिहार में एक दिन रहना मुश्किल हो गया है। सरकार नहीं हटेगी, तब तक हम चुप नहीं बैठेंगे।