पटनाः बिहार में नीतीश सरकार के द्वारा डोमिसाइल नीति समाप्त करने का विरोध कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर शनिवार को पुलिस ने पटना में जमकर लाठियां चटकाई। सरकार के फैसले के विरोध में हजारों की संख्या में पहुंचे प्रदर्शनकारी गांधी मैदान से डाक बंगला चौराहा होते हुए राजभवन तक जा रहे थे।
प्रदर्शनकारियों को पुलिस बार- बार आगे से बढ़ने से रोकती रही। लेकिन पुलिस को धकेलते हुए भीड़ लगातार आगे बढ़ रही थी। इस दौरान पुलिस के समझाने के बाद भी शिक्षक अभ्यर्थी प्रदर्शन कर आगे बढ़ते रहे। जिसके बाद जेपी गोलंबर के पास पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आक्रोशित शिक्षक अभ्यर्थियों ने पथराव शुरू कर दिया।
जिसके बाद पुलिस ने उन्हें खदेड़ा। पुलिस ने 35 शिक्षक अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया है, इनमें 2 महिलाएं हैं। सभी को कोतवाली थाना ले जाया गया। वहीं, विरोध कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों को लेकर पटना के मजिस्ट्रेट ने कहा कि इन लोगों के पास धरना प्रदर्शन करने का कोई ऑर्डर नहीं है। इन लोगों को किसी प्रकार की कोई अनुमति नहीं मिली थी।
इसलिए इनका धरना प्रदर्शन अवैध है। इसी वजह से इन लोगों को हिरासत में लिया गया है। बता दें शिक्षक अभ्यर्थी लगातार नियमावली में संशोधन का विरोध कर रहे हैं। शिक्षक बहाली परीक्षा में डोमिसाइल नीति समाप्त किए जाने को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर उतर गए हैं। वो शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे।
बीटेट-सीटेट सफल अभ्यर्थियों द्वारा नीतीश सरकार से मांग की गई है कि राज्य में डोमिसाइल नीति की पूर्ववत व्यवस्था लागू की जाए। यानी दूसरे राज्य के लोगों को आवेदन करने की छूट नहीं होनी चाहिए। उधर, शिक्षा विभाग ने भी प्रदर्शन को देखते हुए आदेश जारी किया है कि नई शिक्षा नियमावली का विरोध करने वालों के खिलाफ आचार संहिता के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके पूर्व शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार को 72 घंटे के अंदर का अल्टीमेटम दिया था।