बिहार में कानून-व्यवस्था सहित आठ सूत्री मांगों को लेकर भाजपा नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन
By एस पी सिन्हा | Published: August 13, 2023 05:31 PM2023-08-13T17:31:17+5:302023-08-13T17:33:40+5:30
ज्ञापन में बीजेपी ने कह कि पूरे प्रदेश में साम्प्रदायिकता की आग फैली हुई है। कैमूर, सासाराम, बिहारशरीफ, दरभंगा, भागलपुर में इस प्रकार की घटनाएं लगातार हुई हैं और यह सरकार तुष्टिकरण की नीतियों के तहत आवश्यक कारवाई नहीं हो रही है।
पटना: बिहार में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी की अध्यक्षता में 50 सदस्यीय शिष्टमंडल ने आज राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात कर अपनी आठ सूत्री मांगों लेकर ज्ञापन सौंपा। भाजपा नेताओं ने राज्यपाल से कहा कि नीतीश-तेजस्वी की महागठबंधन सरकार विगत एक वर्ष से बिहार की सत्ता पर काबिज हैं । विगत एक वर्ष बिहार के लिए एक काले अध्याय के रूप में उभरा है। बिहार में कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से समाप्त हो चुकी है एवं यह सरकार अब जन सामान्य के लोकतान्त्रिक अधिकारों को कुचलने पर आमादा है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा, बिहार द्वारा चलाया गया #SignAgainstNitishGovt हस्ताक्षर अभियान के अंतर्गत महागठबंधन सरकार के बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज और युवाओं से वादा खिलाफी के आक्रोश में करीब 25 लाख लोगों ने हस्ताक्षर किया।
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) August 13, 2023
आज महामहिम राज्यपाल श्री @GovernorBihar से मिलकर माननीय प्रदेश… pic.twitter.com/BbcOzZQugY
भाजपा नेताओं ने अपने ज्ञापन में लिखा कि प्रदेश हिंसा और अपराध की आग में झुलस रहा है और जनता भय, असुरक्षा के साये में जीवन बिताने को मजबूर है। बिहार का युवा छात्र महिला किसान अपनी मांगों को लेकर जब पटना की सड़कों पर उतरता है तो उन पर लाठियां बरसाई जाती है। भाजपा ने जब बिहार के आमजन की आवाज बनकर गठबंधन सरकार के विरुद्ध शांतिपूर्ण तरीके से 13 जुलाई को विधान सभा मार्च निकला तो कार्यकार्ताओ पर पानी की बौछार, आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं, बर्वरतापूर्ण लाठीचार्ज कर हजारो लोगों को जख्मी कर दिया गया। जिसमें भाजपा जहानाबाद के जिला महामंत्री स्व० विजय सिंह की हत्या कर दी गई।
बीजेपी ने आरोप लगाया कि विगत महीनों में कई ऐसे कार्य इस सरकार ने किए हैं जो बिहार में सुशासन के कमजोर पड़ने की निशानी है बानगी है। एनडीए के शासन काल में बिहार में कानून व्यवस्था ठीक थी। विकास के कार्य संचालित हो रहे थे। लेकिन विगत एक वर्ष से ये सारी परिस्थियां बदलती हुई दिखाई पड़ रही है । बिहार में प्रशासनिक अराजकता व्याप्त है। जंगलराज द्वार पर खड़ा है, सैकड़ों की संख्या में हत्याएं हो रही है। खुद पटना के पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता करके कहा की अकेले पटना में एक महीने में 30 हत्याएं हुई हैं । सवाल यह है की अगर राजधानी की यह स्थिति है तब बिहार के अन्य जिलों की क्या स्थिति होगी?
ज्ञापन में बीजेपी ने कह कि पूरे प्रदेश में साम्प्रदायिकता की आग फैली हुई है। कैमूर, सासाराम, बिहारशरीफ, दरभंगा, भागलपुर में इस प्रकार की घटनाएं लगातार हुई हैं और यह सरकार तुष्टिकरण की नीतियों के तहत आवश्यक कारवाई नहीं हो रही है। इस ज्ञापन के साथ भाजपा युवा मोर्चा के द्वारा राज्य भर में चलाए गए अभियान के तहत लिए गए 25 लाख हस्ताक्षर को भी सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के साथ बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष दुर्गेश सिंह समेत पार्टी के वरिष्ठ नेतागण उपस्थित थे।