बिहार: भाजपा ने विधानसभा में दिया अधिकारियों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस
By एस पी सिन्हा | Published: July 14, 2023 05:09 PM2023-07-14T17:09:13+5:302023-07-14T17:11:18+5:30
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि विधायकों की पिटाई एवं विधान सभा आने में बाधा पहुंचानें के प्रशासनिक कृत्य को अवैध एवं अराजक मानते हुये जिला पदाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन की अवमानना वाद चलायी जाए।
पटना: बिहार में भाजपा के विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस और मजिस्ट्रेट के द्वारा नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा और दो पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणू देवी और तारकिशोर प्रसाद को विधानसभा जाने से रोक दिए जाने के विरोध में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने विधानसभा अके सचिव को विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
नोटिस में कहा गया है कि 13 जुलाई को भाजपा के विधान सभा सदस्यों को पटना पुलिस द्वारा विधान सभा आने से रोका गया।उन्होंने लिखा है कि पटना पुलिस के द्वारा गांधी मैदान से विधान सभा तक जगह-जगह पर रोका गया। लोकतांत्रिक एवं शांतिपूर्ण ढंग से सभी विधान सभा सदस्य दोपहर 2 बजे से कार्यवाही में हिस्सा लेने जा रहे थे।
हमारे द्वारा परिचय देने के बाद भी हमारे साथ मारपीट की गई, इतना ही नहीं, हमलोंगो में से कुछ के सिर पर प्रहार किया गया। कई सदस्य अभी भी गंभीर हैं। पुलिस द्वारा रोके जाने के कारण हम सभी सदन की कार्यवाही में भाग नहीं ले सके। भाजपा के सदस्यों ने 2:00 बजे से शुरु होने वाले प्रथम अनुपुरक बजट के लिये कटौती प्रस्ताव भी दिया था, जिसपर चर्चा में वे भाग लेना चाहते थे।
लेकिन पटना जिला प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट और पुलिस कर्मी ने हमें विधान सभा जाने से रोका एवं बर्बरता पूर्ण पिटाई की। यह सम्पूर्ण विधायिका एवं संविधान का अपमान है।
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि विधायकों की पिटाई एवं विधान सभा आने में बाधा पहुंचानें के प्रशासनिक कृत्य को अवैध एवं अराजक मानते हुये जिला पदाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन की अवमानना वाद चलायी जाय। पत्र में नेता विरोधी दल के अलावे पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणू देवी के भी हस्ताक्षर हैं।