दुबई सुपर सीरीजः फाइनल में पीवी सिंधु की हार, जापानी खिलाड़ी ने दी मात
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 17, 2017 05:45 PM2017-12-17T17:45:11+5:302017-12-17T18:15:03+5:30
सिंधु अगर इस खिताब को जीतने में कामयाब होतीं, तो इस टूर्नामेंट को जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी होने का इतिहास रचतीं। हालांकि, आखिरी गेम में वह केवल दो अंक से पिछड़ गईं और यह खिताब यामागुची के हाथ चला गया।
भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को दुबई वर्ल्ड सुपर सीरीज के फाइनल में हार के साथ सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा है। दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी सिंधु को जापान की अकाने यामागुची ने एक घंटे 34 मिनट तक चले बेहद कड़े मुकाबले में 15-21, 21-12, 21-19 से मात दी। सिंधु अगर इस खिताब को जीतने में कामयाब होतीं, तो इस टूर्नामेंट को जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी होने का इतिहास रचतीं।
सिंधु और यामागुची के बीच तीसरा गेम सबसे रोमांचक रहा। एक समय पर दोनों खिलाड़ी 19-19 से बराबर थीं, लेकिन यामागुची ने दो अंक लेने के साथ ही खिताबी जीत हासिल की। दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी अकाने को पहले गेम में जरूर मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद उन्होंने जबर्दस्त वापसी की और हर मोर्चे पर सिंधु को पीछे छोड़ा।
पहले गेम में सिंधु की जीत
पहले गेम में जीत का सिलसिला सिंधु ने शुरू किया लेकिन जल्द ही अकाने ने वापसी की और 4-2 की बढ़त बना ली। इसके बाद सिंधु ने भी पूरा जोर लगाया और पहले 5-5 से बराबरी के बाद फिर 8-8 से अकाने की बराबरी करने में कामयाब रहीं। इसके बाद सिंधु ने पहले हाफ तक 11-8 की बढ़त हासिल कर ली। पहले गेम के पहले हाफ के बाद भी सिंधु का शानदार खेल जारी रहा और उन्होंने 13-9 की बढ़त बना ली।
अकाने ने वापसी की फिर कोशिश की और एक समय स्कोर 15-13 तक पहुंचाने में भी कामयाब रही लेकिन सिंधु ने कोई मौका नहीं देते हुए 21-15 से गेम जीत लिया।
दूसरे गेम में पटरी से उतरा सिंधु का खेल
दूसरे गेम में सिंधु ने अच्छी शुरुआत की और 5-0 की बढ़त बनाई। हालांकि, यहां यामागुची ने वापसी करते हुए दूसरे गेम में ब्रेक तक 11-9 की बढ़त हासिल कर ली। दूसरे हाफ में सिंधु का खेल पूरी तरह से पटरी से उतरा नजर आया और इस गेम में उन्हें 12-21 से हार मिली।
तीसरे गेम में कांटे का मुकाबला
सिंधु की शुरुआत तीसरे गेम में भी अच्छी रही और वह 4-0 की बढ़त बनाने में कामयाब रहीं और ब्रेक तक 11-8 की बढ़त भी बरकरार रखने में कामयाब रहीं। हालांकि, दूसरे हाफ में अकाने ने वापसी की। इस दौरान दोनों खिलाड़ियों के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिली और आखिरकार बेहद दबाव वाले इस गेम में 21-19 से जीत हासिल कर टूर्नामेंट भी अपने नाम कर लिया।