नई दिल्ली, 15 अप्रैल: भारत के सात्विक रानिकरेड्डी और चिराग शेट्टी ने रविवार को 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में बैडमिंटन में पुरुषों के डबल्स का सिल्वर मेडल जीता। इस मेडल के साथ ही भारत के इन खेलों के अभियान का समापन हो गया, जिसमें उसने 26 गोल्ड समेत कुल 66 मेडल जीते और तीसरे स्थान पर रहा।
खास बात ये है कि भारत ने इन खेलों की शुरुआत भी सिल्वर मेडल जीत के साथ ही की थी और समापन भी सिल्वर मेडल से ही किया। भारत के लिए इन खेलों के पहले दिन वेटलिफ्टिंग में गुरुराजा ने सिल्वर मेडल जीता।
रविवार को खेले गए पुरुष डबल्स के फाइनल में भारत के सात्विक रानिकरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी को इंग्लैंड मारकस एलिस और क्रिस लैंग्रिज की जोड़ी ने 13-21, 16-21 से हराया। इस जीत के साथ ही सात्विक और शेट्टी की जोड़ी कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुष डबल्स में मेडल जीतने वाली पहली जोड़ी बन गई।
भारत ने इन खेलों में बैडमिंटन में 2 गोल्ड, 2 सिल्वर, 2 ब्रॉन्ज समेत कुल 6 मेडल जीते। आखिरी दिन महिला सिंगल्स के फाइनल में सिंधु को हराकर साइना नेहवाल ने गोल्ड जीता, जबकि सिंधु ने सिल्वर पर कब्जा जमाया। तो वहीं पुरुष सिंगल्स में किदांबी श्रीकांत ने सिल्वर मेडल जीता। इससे पहले भारत ने टीम इवेंट में गोल्ड जीता था जबकि महिला डबल्स में उसे ब्रॉन्ज मिला था।
भारत ने इन खेलों का समापन 26 गोल्ड, 20 सिल्वर और 20 ब्रॉन्ज मेडल जीतते हुए कुल 66 मेडल के साथ किया। भारत ने इसके साथ ही 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स को पीछे छोड़ दिया, जिसमें उसने 15 गोल्ड समेत 64 मेडल जीते थे। भारत 66 मेडल जीतकर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाद इन खेलों में तीसरे स्थान पर रहा।