नई दिल्ली, 15 अप्रैल: साइना नेहवाल ने पीवी सिंधु को हराकर गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में बैडमिंटन महिला सिंगल्स का गोल्ड मेडल अपन नाम कर लिया है। साइना ने रविवार को खेले गए एक रोमांचक फाइनल में सिंधु को सीधे सेटों में 21-18, 23-21 से हराते हुए दूसरी बार कॉमनवेल्थ गेम्स का गोल्ड मेडल जीता। इस हार के साथ ही पीवी सिंधु को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। वहीं किदाबीं श्रीकांत ने पुरुष सिंगल्स का सिल्वर मेडल जीता, उन्हें फाइनल में मलेशिया के ली चोंग वेई ने 19-21, 21-14, 21-14 से हरा दिया।
इसके साथ ही साइना नेहवाल बैडमिंटन सिंगल्स में दो कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं। उन्होंने इससे पहले 2010 के दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था। साइना 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में चोट की वजह से नहीं खेल पाई थीं और तब सिंधु ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
ये इन दोनों खिलाड़ियों के बीच तीसरी भिड़ंत थी, जिसमें दूसरी बार साइना ने सिंधु को मात दी है। इससे पहले पिछले साल नेशनल चैंपियनशिप के फाइनल में भी साइना ने सिंधु को हराया था।रविवार को खेले गए फाइनल में साइना ने शुरू से ही शानदार खेल दिखाया और पहले सेट में 11-6 की मजबूत बढ़त हासिल कर ली और आखिरी में पहला सेट 21-18 से अपने नाम कर लिया। दूसरे सेट में सिंधु ने जोरदार वापसी करते हुए एक समय 11-8 की बढ़त बना ली थी, लेकिन साइना ने वापसी करते हुए स्कोर 15-15 और फिर 19-19 से बराबर कर दिया।
इसके बाद एक-एक अंक के लिए रोचक मुकाबला देखने को मिला और एक बार तो इन दोनों के बीच 39 शॉट वाली लंबी रैली भी देखने को मिली। लेकिन आखिर में अपने अनुभव का कमाल दिखाते हुए साइना ने ये सेट 23-21 से जीतते हुए मैच और गोल्ड दोनों अपने नाम कर लिया। ये कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में साइना की 12 मैचों में 12वीं जीत है और वह पूरे गेम्स के दौरान अपराजेय रही हैं। पिछले दो साल के दौरान चोटों से जूझते रहने वाली साइना नेहवाल इन गेम्स में अपना 12वां मैच खेल रही थीं लेकिन थकान के कोई लक्षण नजर नहीं आए।
पुरुष सिंगल्स के फाइनल में हारे श्रीकांत, मिला सिल्वर मेडल
वहीं पुरुष सिंगल्स के फाइनल में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत मलेशिया के ली चोंग वेई से एक रोचक मुकाबले में हार गए। श्रीकांत ने शानदार शुरुआत करते हुए पहला सेट आसानी से 21-19 से अपने नाम कर लिया।
लेकिन इसके बाद श्रीकांत अपनी लय गंवा बैठ और अगले दोनों सेटों में ली चोंग ने उन्हें 21-14 और 21-14 से मात देते हुए मैच और गोल्ड दोनों जीत लिया। हाल ही में श्रीकांत डेनमार्क के विक्टर ऐलेक्ससेन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी बनने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने हैं।