साइकिल से काम पर जाने से 1800 खरब रुपये का फायदा हो सकता है : टेरी का अध्ययन
By भाषा | Published: January 12, 2019 10:55 AM2019-01-12T10:55:28+5:302019-01-12T10:55:28+5:30
द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी) के अध्ययन “भारत में साइकलिंग के फायदे : आर्थिक, पर्यावरणीय एवं सामाजिक मूल्यांकन’ में अनुमान जताया गया है कि छोटी दूरी के सफर के लिए अगर दुपहिया या चार पहिया वाहनों की बजाय साइकिल का इस्तेमाल किया जाए तो इससे सालाना 1800 अरब रुपये का का फायदा हो सकता है।
नई दिल्ली, 12 जनवरी। साइकिल से काम पर जाने से 1800 अरब रुपये का फायदा हो सकता है जो 2015-16 की भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.6 प्रतिशत है। एक नए अध्ययन में ऐसा दावा किया गया।
द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी) के अध्ययन “भारत में साइकलिंग के फायदे : आर्थिक, पर्यावरणीय एवं सामाजिक मूल्यांकन’ में अनुमान जताया गया है कि छोटी दूरी के सफर के लिए अगर दुपहिया या चार पहिया वाहनों की बजाय साइकिल का इस्तेमाल किया जाए तो इससे सालाना 1800 अरब रुपये का का फायदा हो सकता है।
शुक्रवार को जारी किए गए इस अध्ययन में यह भी गौर किया गया कि सुरक्षित साइकलिंग के लिए अवसंरचना उपलब्ध कराने और साइकलिंग के विभिन्न फायदों को दर्शाने के लिए जागरुकता अभियान चलाकर ये फायदे हासिल किए जा सकते हैं। साथ ही उस धारणा को खत्म करने से लाभ होगा कि साइकिल “गरीब लोगों के परिवहन का माध्यम है।”
अध्ययन में कहा गया, “इसके अलावा, शहरों को कुछ खास स्थानों पर ध्यान देने की बजाए साइकिल साझा योजनाओं को शहर भर में लागू करने की योजना बनानी चाहिए। पसंद से साइकिल चलाने वाले लोगों के बीच इसे बढ़ावा देने के लिए, उपर्युक्त उपायों के साथ ही निजी मोटर वाहनों के इस्तेमाल को भी नियमित करना चाहिए जैसे कि पार्किंग शुल्क एवं प्रदूषण कर लगाना आदि।