इन तीन कारों में ऐसा क्या है खास कि नहीं पड़ी मंदी की मार, हुयी जबरदस्त बिक्री
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 13, 2019 03:41 PM2019-10-13T15:41:04+5:302019-10-13T15:41:04+5:30
पर्सनल यूज के लिये कार हो या कॉमर्शियल यूज के लिये वाहन सभी की बिक्री में भारी गिरावट आयी है। यहां तक कि बाइक की बिक्री में गिरावट आयी है।
इसमें कोई दोराय नहीं है कि भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर मंदी के बुरे दौर से गुजर रहा है। अधिकतर कंपनियों के वाहनों की बिक्री में अप्रैल से सितंबर के बीच भयंकर गिरावट देखने को मिली। इसी के चलते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के एक बयान पर लोगों ने उन्हें निशाने पर ले लिया। दरअसल आर्थिक मंदी को लेकर सरकार की गलत नीतियों पर आरोप लगते रहे हैं। इस पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी ओला-उबर की वजह से है। इस पर लोगों ने उनसे सवाल पूछना शुरू कर दिया कि टाटा, अशोक लिलैंड के ट्रक की बिक्री में गिरावट की वजह क्या है? ट्रैक्टर की बिक्री में गिरावट की वजह क्या है?
चाहे पर्सनल यूज के लिये कार हो या कॉमर्शियल यूज के लिये वाहन सभी की बिक्री में भारी गिरावट आयी है। यहां तक कि बाइक की बिक्री में गिरावट आयी है। लेकिन इस भारी मंदी के बीच भी ह्युंडई की वेन्यू, एमजी की हेक्टर और किया की सेल्टोस ऐसी कारें रही हैं जिनमें मंदी का असर नहीं दिखा। इनकी जबरदस्त बिक्री हुयी।
एमजी की हेक्टर कार 4 जून को लॉन्च हुयी थी। लॉन्च होती ही 10,000 कारों की बुकिंग हुयी थी। कुछ ही महीनों में इसकी बुकिंग 28,000 कारों तक पहुंच गयी। सितंबर में एमजी ने 2,608 हेक्टर बेची। इससे पहले जुलाई में हेक्टर की 1,508 यूनिट कारें बिकीं जबकि अगस्त में 2,018 कारें बिकी।
दूसरी कार की बात करें तो उसमें है किया कंपनी की कार सेल्टोस। यह कार अगस्त में लॉन्च हुई थी और उसी महीने किया की 6,200 कारों की बिक्री हो गयी थी। अभी तक 32,000 कारों की बुकिंग हो चुकी है।
अब बात करें ह्युंडई वेन्यू की तो जुलाई-अगस्त में इसकी 9,000 कारों की बिक्री हुयी। हालांकि ये कारों की बिक्री के ये आंकड़े बहुत चौंकाने वाले नही हैं लेकिन ऐसा लगता है कि लोग थोड़ा अधिक खर्च कर अब लेटेस्ट टेक्नॉलॉजी से लैस कारों की तरफ झुक रहे हैं। ये तीनों ही कारें इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ आती हैं। ये 4जी कनेक्टिविटी वाली एक सिमकार्ड के जरिये लगातार इंटरनेट से जुड़े रहते हैं।