11 सेकेंड में 100 मीटर की दौड़ पूरी कर सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरने वाले मध्य प्रदेश के रामेश्वर गुर्जर ट्रायल में फेल हो गए। 19 साल के रामेश्वर ने ट्रायल में 12.90 सेकेंड का वक्त लिया और वह दौड़ में सबसे आखिरी स्थान पर रहे।
शिवपुरी जिले के रहने वाले रामेश्वर ने नंगे पैर दौड़ते हुए 100 मीटर दौड़ 11 सेकेंड में पूरी कर तहलका मचा दिया था। लोग उनकी तुलना उसेन बोल्ट से करने लगे थे। इसे देखते हुए मध्य प्रदेश के खेल मंत्री जीतू पटवारी ने भी रामेश्वर को भोपाल में बेहतर प्रशिक्षण देने की बात कही थी। खेल मंत्री किरण रिजिजू ने भी रामेश्वर को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया था।
ट्रायल में फेल होने के बाद रिजिजू ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "रामेश्वर गुर्जर का ट्रायल टीटी नगर स्टेडियम में आयोजित हुआ, जहां साई और राज्य सरकार के कोच मौजूद थे। रामेश्वर वीडियो में सबसे बाईं ओर (लेन 9) में दौड़ रहे हैं। सुर्खियों में आने के चलते उन पर प्रदर्शन का दबाव इतना था कि वह अच्छा प्रदर्शन नहीं दे पाए। हम उन्हें पर्याप्त समय और ट्रेनिंग देंगे।"
रामेश्वर का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य के खेल मंत्री जीतू पटवारी ने उन्हें भोपाल बुलाया था। गुर्जर ने शनिवार को भोपाल में मंत्री से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था, ‘‘उसेन बोल्ट ने रिकॉर्ड 9.58 सेकेंड में 100 मीटर की दौड़ को पूरा किया था। मुझे उम्मीद है कि सुविधाएं और उचित प्रशिक्षण मिलने के बाद मैं उस रिकार्ड को तोड़ दूंगा।’’ गुर्जर सेना से जुड़ने के लिए पिछले छह महीने से 100 मीटर की दौड़ का अभ्यास कर रहे हैं लेकिन लंबाई कम होने के कारण उनका चयन नहीं हुआ।