नई दिल्ली, 16 जुलाई: हिमा दास ने पिछले हफ्ते अंडर-20 एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतते हुए इतिहास रच दिया। वह भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड जीतने वालीं पहली भारतीय एथलीट बन गईं। उन्होंने एआईएफएफ वर्ल्ड अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 400 मीटर रेस में 51.46 सेकेंड का समय निकालते हुए गोल्ड जीता। हिमा 18 साल की हैं और उनकी इस खास उपलब्धि पर पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई लोगों ने बधाई दी।
हिमा ने फिनलैंड में एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतने का कारनामा किया। हालांकि, इन सबके बीच कई लोग इंटरनेट पर उनकी जाति के बारे में खोजबीन कर रहे हैं। गूगल पर अंग्रेजी पर 'हिमा' लिखते ही 'हिमा दास कास्ट' शब्द आ रहा है, जो सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला टॉपिक है।
यह भी पढ़ें- ऐतिहासिक गोल्ड जीतने के बाद राष्ट्रगान बजने पर भावुक हुईं हिमा दास, छलक पड़े आंसू, देखें वीडियो
हालांकि, ये पहला मौका नहीं है जब ऐसा हुआ है। इससे पहले रियो ओलंपिक में जब बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीता था, तब भी उनकी जाति को लेकर खूब सर्च हुआ। इसमें ज्यादातर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से सर्च हुए। बहरहाल, हिमा दास के कास्ट को लेकर हुए सर्च पर एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा, 'हिमा असम से आती है और सभी मुश्किलों, गरीबी से लड़ते हुए वर्ल्ड चैम्पियन बनी हैं। फिर भी हम उनके 'कास्ट' को नहीं भूल पा रहे हैं।'
इससे पहले हिमा दास इसी इवेंट में अपनी अंग्रेजी को लेकर सोशल मीडिया पर पर चर्चा में आई थीं। दरअसल, एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने उनका वीडियो ट्वीट किया था और फिर उनकी इंग्लिश पर सकारात्मक अंदाज में कमेंट करते हुए उन्हें और अच्छा करने के लिए शुभकामनाएं दी। इसके बाद फेडरेशन का वो ट्वीट विवादों में आ गया और फिर उसे माफी भी मांगनी पड़ी।
यह भी पढ़ें- हिमा दास की अंग्रेजी पर कमेंट को लेकर ट्विटर पर छाई नाराजगी के बाद एथलेटिक्स फेडरेशन ने मांगी माफी