जानें दुनिया के किस देश में पहली कोरोना वैक्सीन को मिली मंजूरी, 95 फीसदी तक है असरदार
By अनुराग आनंद | Published: December 3, 2020 08:55 AM2020-12-03T08:55:03+5:302020-12-03T08:57:56+5:30
ब्रिटिश सरकार ने इस वैक्सीन के लांच होने के बाद कहा कि उसे यकीन है कि फाइजर-बायोएनटेक टीके के वितरण के लिए शीत भंडारण केंद्रों के संबंध में कोई समस्या नहीं होगी।
नई दिल्ली: दुनिया में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के बीच एक अच्छी खबर यह है कि सरकार से प्रमाणित कोरोना वायरस वैक्सीन आ गया है। दरअसल, ब्रिटेन अग्रणी दवा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक के कोविड-19 टीके को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है।
इस तरह, घातक कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए अगले सप्ताह से अति जोखिम वाले लोगों के टीकाकरण करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। ब्रिटेन की दवा और स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी (एमएचआरए) ने बताया कि कोरोना वायरस वैक्सीन के ट्रायल के बाद इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि यह टीका उपयोग में लाने के लिए सुरक्षित है।
टीका कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 प्रतिशत तक कारगर
दावा किया गया था कि यह टीका कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 प्रतिशत तक कारगर रहा है। ब्रिटेन सरकार ने कहा कि आंकड़ों के व्यापक विश्लेषण के बाद इसकी मंजूरी दी गयी और मानकों के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया गया।
अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक ने साथ मिलकर इस टीके को विकसित किया है। कंपनी ने हाल में दावा किया था कि परीक्षण के दौरान उसका टीका सभी उम्र, नस्ल, अलग-अलग जगह के लोगों पर कारगर रहा। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस शानदार खबर का स्वागत किया और इसकी पुष्टि की है कि अगले सप्ताह से टीका उपलब्ध कराने की शुरुआत होगी। ॉ
टीका से हमें जान बचाने में मदद मिलेगी और अर्थव्यवस्था फिर से आगे बढ़ेगी: PM बोरिस जॉनसन
बोरिस जॉनसन भी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। उन्होंने कहा, ‘‘टीका से हमें जान बचाने में मदद मिलेगी और अर्थव्यवस्था फिर से आगे बढ़ेगी।’’’ टीका की दो खुराक दी जाएगी। पहली खुराक के 21 दिन बाद दूसरी खुराक दी जाएगी। दूसरी खुराक के सात दिनों बाद प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूती मिलने लगेगी।
एमएचआरए ने कहा कि लोगों को टीका दिए जाने के साथ वह आंकड़ों पर भी करीबी नजर बनाए रखेगी। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक ने कहा, ‘‘मैं रोमांचित महसूस कर रहा हूं। मदद आने वाली है। यह साल बहुत कठिन रहा लेकिन 2021 बेहतर साल होगा।’’ सरकार ने एमएचआरए की सिफारिश को औपचारिक तौर पर स्वीकार किया है।
टीका की आठ लाख खुराक अगले कुछ दिनों में ब्रिटेन पहुंच जाएगी
इसका मतलब है कि आगामी दिनों में जोखिम वाली श्रेणी के लोगों का टीकाकरण होगा। टीका की आठ लाख खुराक अगले कुछ दिनों में ब्रिटेन पहुंच जाएगी और जल्द ही टीका की एक करोड़ खुराक उपलब्ध हो जाएगी। स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल विभाग (डीएचएससी) के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘अगले सप्ताह से समूचे ब्रिटेन में टीका उपलब्ध कराया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के पास टीकाकरण का व्यापक अनुभव है और वह इसके लिए तैयारी शुरू करेगी।’’
ब्रिटेन में टीकाकरण को लेकर बनायी गयी संयुक्त कमेटी बुजुर्गों, स्वास्थ्यकर्मियों समेत प्राथमिकता समूह वाले लोगों को टीका देने के संबंध में अपनी सलाह प्रकाशित करेगी। वृद्धाश्रमों में रहने वाले लोग, वहां के कर्मचारी, 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और स्वास्थ्यकर्मियों का पहले चरण में टीकारकरण होगा।
देश के इतिहास में इतने बड़े पैमाने पर टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य सेवा बड़े स्तर पर तैयारी
एनएचएस के मुख्य कार्यकारी सिमॉन स्टीवेंस ने कहा कि देश के इतिहास में इतने बड़े पैमाने पर टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य सेवा बड़े स्तर पर तैयारी कर रही है। करीब 50 अस्पतालों को इसके लिए तैयार रखा गया है और टीकाकरण केंद्रों की स्थापना की जा रही है। सैन्य कर्मी भी इसकी व्यवस्था में मदद करेंगे।
ब्रिटेन को 2021 के अंत तक दवा की चार करोड़ खुराक मिलने की संभावना है। इतनी खुराक से देश की एक तिहाई आबादी का टीकाकरण हो सकता है। टीके का उत्पादन बायोएनटेक के जर्मनी स्थित केंद्रों के साथ ही फाइजर की बेल्जियम स्थित यूनिट में किया जाएगा। टीका को शून्य से 70 डिग्री नीचे के तापमान पर रखना होगा और इसे विशेष बक्से में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जाएगा। एक बार आपूर्ति हो जाने पर इसे पांच दिनों तक फ्रिज में रखा जा सकता है।
फाइजर-बायोएनटेक टीके के वितरण के लिए शीत भंडारण केंद्रों के संबंध में कोई समस्या नहीं
ब्रिटिश सरकार ने कहा कि उसे यकीन है कि फाइजर-बायोएनटेक टीके के वितरण के लिए शीत भंडारण केंद्रों के संबंध में कोई समस्या नहीं होगी। फ्रिज में भंडारित करने पर इसे दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान पर पांच दिन तक रखा जा सकता है।
इम्पीरियल कॉलेज लंदन में प्रतिरक्षा मामलों के प्रोफेसर डैनी अल्टमैन ने कहा कि यह ‘‘खुशखबरी’’ की तरह है। एमएचआरए ब्रिटेन का स्वतंत्र नियामक है । गुणवत्ता, सुरक्षा के लिए कड़े मानक अपनाने के कारण वैश्विक स्तर पर उसकी प्रतिष्ठा है।
(एजेंसी इनपुट)