व्यापक प्रतिनिधित्व से अधिक स्वीकार्यता और वैधता मिलने में मदद होगी: संरा में भारतीय राजदूत
By भाषा | Published: August 16, 2021 11:29 PM2021-08-16T23:29:44+5:302021-08-16T23:29:44+5:30
भारत ने सोमवार को कहा कि अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति उसके लिए ‘चिंता का गंभीर’ विषय है और उम्मीद जताई कि इस पड़ोसी मुल्क में जल्द स्थिरता लौटेगी तथा ऐसी सरकार बनेगी, जिसमें सभी तबकों का प्रतिनिधित्व होगा। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अगस्त महीने में अध्यक्षता भारत कर रहा है। सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा करने के लिए 10 दिन में दूसरी बार बैठक बुलाई। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, “कम समय में, हमने स्थिति में नाटकीय परिवर्तन देखा है। हमने काबुल में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी बहुत दुर्भाग्यपूर्ण दृश्य देखे हैं।” यूएनएससी की बैठक में अपनी राष्ट्रीय क्षमता से बयान देते हुए तिरुमूर्ति ने कहा कि अफगानिस्तान के पड़ोसी व उसके नागरिकों के दोस्त होने के नाते देश की मौजूदा स्थिति भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय, खासकर, सुरक्षा परिषद के लिए कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने का वक्त है कि हिंसा को तत्काल रोका जाए तथा किसी भी संभावित संकट को काबू किया जाए और उसके नतीजे को कम किया जाए। भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने कहा कि अफगानों को इस बात की चिंता है कि क्या गरिमापूर्ण जीवन के उनके अधिकार का सम्मान किया जाएगा।उन्होंने कहा कि कई सवाल ऐसे हैं जिनका कोई जवाब नहीं हैं। “ हम उम्मीद करते हैं कि स्थिति जल्द स्थिर होगी और संबंधित पक्ष मानवीय एवं सुरक्षा चिंताओं का निदान करेंगे।” तिरुमूर्ति ने कहा, “हम यह भी उम्मीद करते हैं कि एक समावेशी व्यवस्था होगी जिसमें अफगान समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व होगा। अफगान महिलाओं की आवाज, अफगान बच्चों की आकांक्षाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए। एक व्यापक प्रतिनिधित्व व्यवस्था से अधिक स्वीकार्यता और वैधता मिलने में मदद होगी।” पाकिस्तान का संदर्भ देते हुए तिरुमूर्ति ने कहा, “अगर आतंकवाद के सभी रूपों को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई जाती है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल आतंकवादी समूहों द्वारा किसी अन्य देश को धमकी देने या हमला करने के लिए नहीं किया जाएगा, तो अफगानिस्तान के पड़ोसी और क्षेत्र सुरक्षित महसूस करेंगे।”उन्होंने कहा कि भारत ने हाल के वर्षों में अफगानिस्तान के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस संदर्भ में, बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, कृषि और क्षमता निर्माण के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारतीय विकास परियोजनाएं शुरू की गईं।
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