सक्रिय हुई पुतिन की निजी सेना, यूक्रेन युद्ध के लिए HIV और हेपेटाइटिस सी वाले कैदियों की हो रही भर्ती
By मनाली रस्तोगी | Published: October 31, 2022 11:29 AM2022-10-31T11:29:24+5:302022-10-31T11:32:47+5:30
व्लादिमीर पुतिन की निजी सेना एचआईवी और हेपेटाइटिस सी सहित बीमारियों से पीड़ित रूसी कैदियों की भर्ती कर रही है।
मॉस्को: ब्रिटेन की खुफिया जानकारी के अनुसार, वैगनर समूह यूक्रेन युद्ध के लिए एचआईवी और हेपेटाइटिस सी सहित बीमारियों से पीड़ित रूसी कैदियों की भर्ती कर रहा है। व्लादिमीर पुतिन की निजी सेना को वैगनर समूह कहा जाता है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पहले के संघर्षों में वैगनर समूह ने अपेक्षाकृत उच्च भर्ती मानकों को बनाए रखा है क्योंकि इसके कई ऑपरेटरों ने पहले पेशेवर सैनिकों के रूप में काम किया है।
Latest Defence Intelligence update on the situation in Ukraine - 30 October 2022
— Ministry of Defence 🇬🇧 (@DefenceHQ) October 30, 2022
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मंत्रालय ने ये भी कहा कि लेकिन चिकित्सा संबंधी चिंताओं वाले कैदियों का प्रवेश एक दृष्टिकोण पर प्रकाश डालता है जो अब अनुभव या गुणवत्ता पर प्राथमिकता देता है। 100 से अधिक कैदियों को रंगीन बैंड के साथ तैनात किया गया है। यूक्रेन के सैन्य खुफिया विभाग ने कहा कि अन्य सैनिकों में इस स्थिति पर आक्रोश बढ़ रहा है। रॉयटर्स के अनुसार, रूस ने कहा कि यूक्रेन ने शनिवार को सेवस्तोपोल के पास उसके काला सागर बेड़े पर 16 ड्रोन से हमला किया और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से हमले पर चर्चा के लिए सोमवार को बैठक करने को कहा।
बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हाल ही में देश में रिजर्व सैन्यबल के जवानों की आंशिक तैनाती की घोषणा को लेकर चर्चा का विषय बने हुए थे। उन्होंने कहा था कि "मातृभूमि, इसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए" ये फैसला लिया गया था। 300,000 आरक्षित सैनिक (रिजर्विस्ट) की आंशिक तैनाती का प्लान बनाया गया है। रिजर्विस्ट ऐसा व्यक्ति होता है जो 'मिलिट्री रिजर्व फोर्स' का सदस्य होता है। यह आम नागरिक होता है लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे कहीं भी तैनात किया जा सकता है। शांतिकाल में यह सेना में सेवाएं नहीं देता है।