अमेरिका में कोरोना से पिछले 24 घंटों में 2600 लोगों की मौत, मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा 27 हजार के पार
By रामदीप मिश्रा | Published: April 16, 2020 07:09 AM2020-04-16T07:09:34+5:302020-04-16T07:10:02+5:30
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस वैश्विक महामारी पर कहा कि अमेरिका इस विषाणु के खिलाफ लड़ाई में ठोस प्रगति करने की कोशिश कर रहा है। हमें इस अप्रत्यक्ष दुश्मन के कारण हर कीमती जान के खोने का गम है लेकिन अंधकार में भी हम प्रकाश की किरणें देख सकते हैं।
वाशिंगटनः कोरोना वायरस के प्रकोप ने विकसित देश अमेरिका को पूरी तरह से झकझोर कर रख दिया है। पूरे देश में इस घातक वायरस को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। पिछले 24 घंटों में यहां 2,600 लोगों की मौत हुई है, जोकि अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय की ओर से दी गई है। कोरोना से एक दिन में अभी तक इतनी मौतें किसी भी देश में नहीं हुई हैं।
इसी आंकड़े के साथ अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या बुधवार को 27,000 के पार चली गई। मंगलवार तक 6,05,000 से अधिक अमेरिकी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे जो इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित तीन अन्य देशों से अधिक है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस वैश्विक महामारी पर कहा कि अमेरिका इस विषाणु के खिलाफ लड़ाई में ठोस प्रगति करने की कोशिश कर रहा है। हमें इस अप्रत्यक्ष दुश्मन के कारण हर कीमती जान के खोने का गम है लेकिन अंधकार में भी हम प्रकाश की किरणें देख सकते हैं। हम सुरंग देखते हैं और सुरंग के अंत में हम प्रकाश देखते हैं।’’
उन्होंने कहा कि अमेरिका में किसी भी देश के मुकाबले प्रति व्यक्ति सबसे अधिक आईसीयू बिस्तर हैं। हमारे पास हर 100,000 लोगों पर 34.7 आईसीयू बिस्तर हैं जो इटली में 100,000 लोगों पर 12.5 बिस्तर, फ्रांस में 11.6 बिस्तर, स्पेन में 9.7 बिस्तर से कहीं अधिक हैं।
United States records nearly 2,600 #coronavirus deaths in 24 hours - a new record and the heaviest daily toll of any country, Johns Hopkins University reports: AFP news agency
— ANI (@ANI) April 16, 2020
उन्होंने देश में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उठाए जाने वाले कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों में 16,000 से अधिक वेंटीलेटर्स हैं जिनका इस वक्त इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। अमेरिका के खाद्य एवं औषध प्रशासन ने रटगर्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित की गई जांच को मंजूरी दे दी है जिसमें मरीजों की लार का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस बीच, ट्रम्प ने कहा कि वह अर्थव्यवस्था को अपने-अपने राज्यों में फिर से खोलने का फैसला उनके गवर्नरों पर छोड़ देंगे। कुछ राज्यों में एक मई से पहले ही अर्थव्यवस्था को बहाल किया जा सकता है। अभी अमेरिका के सभी 50 राज्यों में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आपातकाल लागू है। अमेरिका की 95 प्रतिशत से अधिक आबादी घरों में सिमटी हुई है। देश की अर्थव्यवस्था थम-सी गई है और 1.7 करोड़ से अधिक लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन दिया है।