US Elections 2025: राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में पहुंचे वोटर्स
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 5, 2024 09:53 PM2024-11-05T21:53:12+5:302024-11-05T21:55:22+5:30
US Elections 2025: जॉर्जिया, उत्तरी कैरोलाइना और अन्य राज्यों में रिकॉर्ड संख्या में मतदान हुआ है। मतदान के लिहाज से ये राज्य महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यहां से विजेता का फैसला हो सकता है। जॉर्जिया में 40 लाख से ज्यादा लोग मतदान कर चुके हैं।
वाशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार सुबह देश के अधिकतर हिस्सों में मतदान शुरू हो गया, जबकि लाखों अमेरिकी पहले ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके हैं। जॉर्जिया, उत्तरी कैरोलाइना और अन्य राज्यों में रिकॉर्ड संख्या में मतदान हुआ है। मतदान के लिहाज से ये राज्य महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यहां से विजेता का फैसला हो सकता है। जॉर्जिया में 40 लाख से ज्यादा लोग मतदान कर चुके हैं।
सोमवार तक, 8.2 करोड़ से अधिक अमेरिकी पहले ही अपने मत डाल चुके हैं। यह आंकड़ा चार साल पहले राष्ट्रपति चुनाव में डाले गए कुल मतों की संख्या के आधे से थोड़ा अधिक है। अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए मंगलवार सुबह से ही मतदाता उत्साहपूर्वक मतदान केंद्रों की ओर बढ़ रहे थे।
ह्यूस्टन और ओमाहा, नेब्रास्का में कई जगहों पर बारिश के बीच मतदान करने के लिए लोग छाता लेकर कतार में खड़े थे। मतदान के दिन कोलोराडो और मोंटाना में बर्फबारी का भी अनुमान जताया गया है। मतदान के शुरुआती घंटों में कुछ अनियमितताओं की खबरें भी सामने आईं।
लुइसविले, केंटकी में मतदान में देरी, तथा सेंट लुइस में एक मतदान केंद्र पर बिजली की आपूर्ति बाधित होने के कारण जनरेटर का उपयोग करना पड़ा। पिट्सबर्ग और पेंसिल्वेनिया के आस-पास के इलाकों में, दो मतदान केंद्रों पर मतदान अधिकारियों के देरी से पहुंचने के कारण मतदान प्रक्रिया में देरी हुई।
शनिवार को जब उत्तरी कैरोलाइना में शुरुआती मतदान समाप्त हुआ, तब तक 44 लाख से अधिक मतदाता या राज्य के सभी पंजीकृत मतदाताओं में से लगभग 57 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर लिया था। सोमवार की रात दोनों उम्मीदवारों रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस ने मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए सात ‘स्विंग’ राज्यों में से सबसे बड़े इलेक्टोरल कॉलेज वाले पेंसिल्वेनिया में काफी समय बिताया।
विभिन्न मीडिया संस्थानों द्वारा कराए गए सर्वेक्षणों में हैरिस (60) और ट्रंप (78) के बीच कड़ी टक्कर दिखी है, जबकि कुछ ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार को मामूली बढ़त मिलने का अनुमान लगाया। पेंसिल्वेनिया के अलावा, अन्य महत्वपूर्ण राज्य एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, उत्तरी कैरोलाइना और विस्कॉन्सिन हैं।
अपनी अंतिम रैलियों में, दोनों उम्मीदवारों ने देश को आगे ले जाने के बारे में वस्तुतः विपरीत दृष्टिकोण के साथ अपने प्रचार अभियान का समापन किया, जिसमें हैरिस ने ‘‘घृणा और विभाजन’’ पर काबू पाने और ‘‘नयी शुरुआत’’ करने के लिए एक दृष्टिकोण का आह्वान किया जबकि ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी के शासन के तहत अंधकारमय भविष्य की चेतावनी दी।
हैरिस ने पेंसिल्वेनिया में अपने प्रचार अभियान को समाप्त करते हुए कहा, ‘‘आज रात, हम आशावाद, ऊर्जा और खुशी के साथ अपना प्रचार समाप्त करेंगे।’’ अपने समापन भाषण में, ट्रंप ने कहा, ‘‘आज रात आपको और सभी अमेरिकियों के लिए मेरा संदेश बहुत सरल है: हमें इस तरह जीने की जरूरत नहीं है।’’
अमेरिका में 50 राज्य हैं और उनमें से अधिकतर राज्य हर चुनाव में एक ही पार्टी को वोट देते रहे हैं, सिवाय ‘स्विंग’ राज्यों के। चुनावी रूप से अहम माने जाने वाले इन ‘स्विंग’ राज्यों में मतदाताओं का रुझान बदलता रहता है। जनसंख्या के आधार पर राज्यों को निर्वाचक मंडल के वोट दिए जाते हैं। कुल 538 निर्वाचक मंडल वोट के लिए मतदान होता है।
270 या उससे अधिक निर्वाचक मंडल वोट पाने वाले उम्मीदवार को चुनाव में विजेता घोषित किया जाता है। इस चुनाव को ऐतिहासिक बताया जा रहा है क्योंकि यह पिछले कई दशकों में राष्ट्रपति पद के सबसे कड़े मुकाबले वाले चुनावों में से एक माना जा रहा है।
अगर हैरिस यह चुनाव जीत जाती हैं, तो वह अमेरिका की राष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला, पहली अश्वेत महिला और दक्षिण एशियाई मूल की पहली व्यक्ति बन जाएंगी। पिछले कुछ दिनों के प्रचार अभियान में हैरिस इस चुनाव को देश की मौलिक स्वतंत्रता, संवैधानिक मूल्यों की। रक्षा और महिलाओं के अधिकारों को सुनिश्चित करने वाले चुनाव के रूप में पेश कर रही हैं। अपनी रैलियों में ट्रंप ने अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण और अमेरिका को अवैध अप्रवासियों से मुक्त करने का वादा किया।
इस बीच, चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद किसी भी हिंसा को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर विभिन्न प्रमुख शहरों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। देश की शीर्ष चुनाव सुरक्षा अधिकारी जेन ईस्टरली ने अमेरिकियों से चुनाव संबंधी जानकारी के लिए राज्य और स्थानीय चुनाव अधिकारियों पर भरोसा करने का आग्रह किया है।
इनपुट भाषा एजेंसी