संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस पहुंचे दिल्ली, अहम मुद्दों पर कई दौर की बातचीत संभव
By आकाश चौरसिया | Published: January 22, 2024 01:41 PM2024-01-22T13:41:46+5:302024-01-22T13:58:48+5:30
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस सोमवार को नई दिल्ली पांच दिवस के दौरे पर पहुंचे हैं। इस दौरान उन्हें संयुक्त राष्ट्र में भारत की ओर से स्थायी प्रतिनिधित्व रुचिरा कंबोज उन्हें स्वागत करने पहुंचीं।
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस सोमवार को नई दिल्ली पांच दिवस के दौरे पर पहुंचे हैं। इस दौरान उन्हें संयुक्त राष्ट्र में भारत की ओर से स्थायी प्रतिनिधित्व रुचिरा कंबोज उन्हें स्वागत करने पहुंचीं।
वहीं, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रमुख फ्रांसिस का हम स्वागत करते हैं। विदेश विभाग की ओर से कहा गया है कि यह बहुत अच्छा मौका है कि भारत और संयुक्त राष्ट्र के साथ साझेदारी की ओर बढ़ने का अच्छा मौका है।"
यूएनजीए प्रमुख 22 से 26 जनवरी के लिए भारत के दौरे पर है। उनका आगमन विदेश मंत्री एस जयशंकर के न्योता पर हुआ है। फ्रांसिस ने हाल में कहा था कि उनकी अध्यक्षता में कुछ प्रमुख बिंदु रहेंगे जिसमें उन्नति, समृद्धि और स्थिरता शामिल है।
यूएनजीए की 78 वें अध्यक्ष के तौर पर विश्वास का पुनर्निर्माण और एकजुटता को फिर से जागृत करना है। इस दौरे के दौरान कई दौर की बातचीत होगी, जिसमें आपसी हित से जुड़े मुद्दों पर बात होने वाली है।
नई दिल्ली में स्थित राजघाट का भी यूएन महासभा के अध्यक्ष दौरा करेंगे और महात्मा गांधी को अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे। इसके अलावा डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा पर राउंड टेबल के लिए भी हिस्सा लेंगे। यूएन अध्यक्ष 24 जनवरी को एक सार्वजनिक मीटिंग को संबोधित करने वाले हैं ये विश्व विभाग की भारतीय परिषद में यह कार्यक्रम होने जा रहा है। इस संबोधन के मुख्य बिंदु शांति, उन्नति, समृद्धि और स्थिरता रहेंगे।
अध्यक्ष फ्रांसिस दिल्ली के बाद जयपुर और मुंबई जाएंगे। मुंबई में वो 26/11 हमले में मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। अध्यक्ष एनएसई भी जाने वाले हैं। इसके अलावा वो महाराष्ट्र राज्य में गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लेंगे। वो खास तौर पर भारत और यूएन के बीच रिश्तों को मजबूत करने पहुंचे थे। इसके अलावा वो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी भारत के सामान प्रतिनिधित्व के बारे में अपना पक्ष रखते हुए इस बात को आगे बढ़ा सकते हैं।