यूक्रेन संकट: कीमतें स्थित रखने के लिए अमेरिका समेत 31 देश जारी करेंगे रिजर्व तेल, 108 डॉलर प्रति बैरल पहुंचा कच्चे तेल का दाम
By विशाल कुमार | Published: March 2, 2022 12:19 PM2022-03-02T12:19:22+5:302022-03-02T13:54:34+5:30
मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के सभी 31 सदस्य देशों ने अपने रणनीतिक भंडारों से 6 करोड़ बैरल तेल जारी करने पर सहमति जताई थी। अमेरिकी मानक कच्चे तेल का दाम 5.24 डॉलर प्रति बैरल बढ़कर 108.60 पर पहुंच गया।
वाशिंगटन: अमेरिका समेत अन्य प्रमुख देशों की सरकारों द्वारा रणनीतिक भंडारों से तेल जारी करने की प्रतिबद्धता भी रूस के यूक्रेन पर हमले के कारण सकते में आए बाजारों को शांत करने में विफल रही और बुधवार को तेल की वैश्विक कीमतों में पांच डॉलर प्रति बैरल की वृद्धि हो गई।
अमेरिकी मानक कच्चे तेल का दाम 5.24 डॉलर प्रति बैरल बढ़कर 108.60 पर पहुंच गया। वहीं, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 5.43 डॉलर बढ़कर 110.40 डॉलर पर पहुंच गया।
इससे पहले, मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के सभी 31 सदस्य देशों ने अपने रणनीतिक भंडारों से 6 करोड़ बैरल तेल जारी करने पर सहमति जताई थी।
उन्होंने तेल बाजार को यह संकेत देने के लिए यह कदम उठाया कि रूस के यूक्रेन पर हमले से तेल आपूर्ति में कोई कमी नहीं होगी। हालांकि यह कदम भी तेल के दूसरे सबसे बड़े निर्यातक रूस से आपूर्ति में व्यवधान को लेकर उपजी चिंताएं शांत नहीं कर पाया।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को स्टेट ऑफ यूनियन भाषण के बीच में कहा कि उनका प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए ‘‘मजबूत कदम’ उठा रहा है कि रूस की अर्थव्यवस्था को लक्षित कर लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों का व्यपाक असर हो। उन्होंने संकल्प लिया कि उनका प्रशासन अमेरिकी कारोबार और उपभोक्ताओं की रक्षा के लिए सभी कदम उठाएगा।
बाइडन ने कहा, ‘‘मैं सभी अमेरिकियों के प्रति ईमानदार रहूंगा जैसा कि मैंने हमेशा वादा किया है। रूसी तानाशाह ने दूसरे देश पर हमला किया है और इसका भार पूरी दुनिया पर पड़ रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज रात, मैं घोषणा कर सकता हूं कि अमेरिका ने 30 अन्य देशों के साथ दुनिया भर के तेल रिजर्व (आरक्षित भंडार) से छह करोड़ बैरल तेल देने के लिए काम किया है। अमेरिका इस पहल का नेतृत्व करेगा और हम अपने रणनीतिक पेट्रोलियम आरक्षित भंडार से तीन करोड़ बैरल तेल जारी कर रहे हैं । जरूरत पड़ी तो और करेंगे। हम अपने साझेदारों के साथ एकजुट हैं।’’