यूक्रेन का दावा- रूस ने फॉस्फोरस बम से किया 'सबसे बड़ा' हमला, जल उठा पूरा शहर, कैमरे में कैद हुआ भयावह मंजर
By विनीत कुमार | Published: May 7, 2023 10:17 AM2023-05-07T10:17:54+5:302023-05-07T10:24:06+5:30
यूक्रेन ने कहा है कि रूस ने उसके शहर बखमुत पर फॉस्फोरस बम का इस्तेमाल किया है। रूस पर ऐसे आरोप पहले भी लगते रहे हैं। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की ओर से कथिक हमले का वीडियो भी साझा किया गया है।
कीव: यूक्रेन ने रूस पर फॉस्फोरस बम से हमले का आरोप लगाया है। यूक्रेन के मुताबिक उसके शहर बखमुत पर रूस ने फॉस्फोरस बम से हमला किया है। माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच पिछले 14 महीनों से ज्यादा समय से जारी जंग की बीच रूस का यूक्रेन पर यह सबसे बड़ा हमला है। यूक्रेन की सेना द्वारा जारी किए गए ड्रोन फुटेज में बखमुत को जलते हुए देखा जा सकता है। ऐसा लगता है कि शहर पर सफेद फास्फोरस की बारिश हो रही है।
दुनिया में सफेद फास्फोरस हथियारों के इस्तेमाल पर कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन नागरिक क्षेत्रों में उनका उपयोग युद्ध अपराध माना जाता है। यह हथियार तेजी से फैलने वाली आग पैदा करते हैं जिसे बुझाना बहुत मुश्किल होता है। रूस पर पहले भी इनका इस्तेमाल करने के आरोप लगते रहे हैं।
Not enough shells, but more than enough phosphorus.
— Defense of Ukraine (@DefenceU) May 5, 2023
Ruscists are shelling unoccupied areas of Bakhmut with incendiary ammunition.
They will burn in Hell.
📷 @SOF_UKRpic.twitter.com/7oqNTumJ34
दरअसल, रूस महीनों से बखमुत पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। पश्चिमी अधिकारियों ने अनुमान लगाया है कि बखमुत पर कब्जा करने की कोशिश और हमले में मास्को के हजारों सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने ट्विटर पर लिखा कि रूस ने हमले के लिए बखमुत के उन इलाकों को चुना जिस पर उसका कब्जा नहीं हो सका है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार हालांकि यह हमला कब किया गया, यह स्पष्ट नहीं है। हालांकि यूक्रेन द्वारा साझा किए गए फुटेज से लगता है कि एक निगरानी ड्रोन ने हमले के बाद के भयावह मंजर को कैद कर लिया। वीडियो में आग की लपटों में घिरी ऊंची इमारतें भी नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए अन्य वीडियो में जमीन पर आग की लपटें और रात के अंधेरे में आसमान में सफेद बादल जैसे दृश्य नजर आ रहे हैं।
रूस पर पहले भी लगे हैं फॉस्फोरस बम के इस्तेमाल के आरोप
रूस पर इस युद्ध के शुरुआती दिनों में भी फॉस्फोरस बम के इस्तेमाल के आरोप लगे थे। रूस ने कथित तौर पर मारियापोल पर कब्जे की कोशिश के दौरान इसका इस्तेमाल किया था। हालांकि, मॉस्को ने इस कभी भी सार्वजनिक तौर पर स्वीकार नहीं किया है। पिछले साल क्रेमलिन सचिव दिमित्री पेस्कोव ने कहा था कि रूस ने कभी अंतरराष्ट्रीय मानकों का उल्लंघन नहीं किया है। इसके उलट यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदोमीर जेलेंस्की ने कहा था कि इसका इस्तेमाल हुआ था।
बता दें कि सफेद फॉस्फोरस मोम जैसा एक पदार्थ होता है जो 800 सेंटीग्रेट पर जलता है और ऑक्सीजन के संपर्क में आने पर और तेज हो जाता है। इससे धुएं जैसे चमकीले गुच्छे बनने लगते हैं और ऐसा लगता है जैसे आग की बारिश हो रही है।